Doordarshan: दूरदर्शन का पुराना दौर चाहकर भी नहीं भुलाया जा सकता. खासतौर से 90 के दशक के बच्चे उन यादों को चाह कर भी अपने जहन से नहीं निकाल सकते. जब परिवार तो परिवार आस पड़ोस वाले भी एक साथ बैठकर टीवी देखा करते थे. ये दौर महाभारत का था. जब मायथलॉजिकल ज्ञान के साथ आपसी प्रेम भी गाढ़ा हो रहा था. और इसी दौर में धरती पर एलियन अटैक भी हो रहा था. जिसे रोकने के लिए चंद बच्चों ने कमर कस ली थी. अरे चौंकिए नहीं, हम एक सीरियल की ही बात कर रहे हैं. नब्बे के दशक में विजुअल ग्राफिक्स भले ही बहुत एडवांस न हों लेकिन साइंस फिक्शन स्टोरीज खूब दिलचस्प बना करती थीं.
मुट्ठी भर बच्चों ने लिया एलियन्स से पंगा
ये सीरियल था इंद्रधनुष जो उस समय बच्चों के बीच खासा फेमस था. ये सीरियल दूरदर्शन पर आया था साल 1989 में जिसमें 13 एपिसोड्स थे. इस सीरियल में की कहानी एक Sci-Fi फेंटेसी थी. जिसमें बच्चों का एक ग्रुप रहता है. उन बच्चों के हाथ एक कंप्यूटर लगता है. लेकिन उन्हें ये नहीं पता होता कि ये कंप्यूटर एंड्रोमेडा गैलेक्सी से संपर्क करने के लिए है. बच्चे उस कंप्यूटर को असेंबल कर देते हैं. उन बच्चों में से एक बच्चा किडनैप हो जाता है. जिसे ढूंढने के लिए एंड्रोमेडा का प्रिंस उन्हें एक टाइम मशीन देता है. ताकि वो अपने दोस्त को ढूंढ पाएं. इस टाइम मशीन की मदद से बच्चों को एक अलग ही दुनिया देखने को मिलती है.
करण जौहर का डेब्यू
बच्चों के इस ग्रुप में एक बच्चा आज के जाने माने डायरेक्टर और प्रोड्यूसर करण जौहर भी होते हैं. इस शो से डेब्यू करने वाले करण जौहर के साथ उनके ग्रुप में जितेंद्र राजपाल, अमीशा झवेरी और सागर आर्य भी नजर आते हैं. फिल्ममेकर आशुतोष गोवारिकर और एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर भी शो में सपोर्टिंग रोल में दिखी हैं. इसके अलावा दिग्गज आर्टिस्ट गिरीश कर्नाड और विशाल सिंह और अक्षय आनंद ने भी शो में अहम भूमिका अदा की है.