यहां शादीशुदा जोड़े अलग-अलग बेड में क्यों सोते हैं? 99% नहीं जानते यह वाली बात अगर जान गए तो बदल देंगे आप भी तरीका

क्या अलग-अलग बिस्तरों में सोना स्वस्थ है? शादी के बाद बहुत से मैर‍िड कपल अलग-अलग ब‍िस्‍तर पर सोते हैं. कारण जानना है तो इस देश के इस ट्रेंड को जानना बेहद जरूरी है.

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क्या जोड़ों के लिए अलग-अलग बिस्तरों में सोना स्वस्थ है?

Japanese Sleeping Culture: अगर कोई शादीशुदा कपल एक ही घर में रहते हुए भी अलग-अलग सोते हैं और फिर भी उनका रिश्ता बेहद खुशहाल है तो आप क्या कहेंगे. हमारे देश और पश्चिमी दुनिया में ऐसा सुनते ही लोग मान लेते हैं कि शादी में कुछ गड़बड़ है, लेकिन जापान में यह कोई अजीब बात नहीं, बल्कि कल्चर, ट्रेडिशन और आराम का अनोखा मामला है.  यहां पति-पत्नी का अलग सोना प्यार की कमी नहीं बल्कि सुकून, नींद और बैलेंस माना जाता है. आखिर जापानी कपल्स ऐसा क्यों करते हैं. आइए जानते हैं दिलचस्प वजहें.

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शादी के बाद क्‍यों सोते हैं कपल अलग | Why do married couples sleep in separate beds

1. मां और बच्चे का साथ सोना

जापान में जब बच्चे का जन्म होता है, तो मां अपने बच्चे के साथ सोती है. यह परंपरा सदियों पुरानी है. यह व्यवस्था बच्चे को सुरक्षा और सुकून देती है. ऐसे में पिता को अक्सर अलग जगह सोना पड़ता है. यह सिलसिला कई महीनों या सालभर तक चलता है, जिससे पति-पत्नी की अलग-अलग सोने की आदत बन जाती है.

2. फैमिलियल डिवोर्स का कल्चर

जापान में तलाक आज भी समाज में एक कलंक माना जाता है. कई कपल्स कानूनी तौर पर तलाक नहीं लेते, बल्कि फैमिलियल डिवोर्स अपनाते हैं, यानी वे एक ही घर में रहते हैं, लेकिन पति-पत्नी के बीच कोई नजदीकी नहीं होती. ऐसे में वे एक ही छत के नीचे लेकिन अलग बिस्तरों पर रहते हैं.

3. महंगे घर और छोटी जगह

जापान में घर बहुत महंगे हैं और जगह सीमित होती है. ऐसे में अलग-अलग फ्यूटन (Futon) यानी पतले बिस्तर रखना ज्यादा आसान होता है. इन्हें दिन में मोड़कर रखा जा सकता है, जिससे कमरे में जगह बचती है. इसलिए कपल्स अलग-अलग सोते हैं.

4. जापानी फ्यूटन कल्चर

ज्यादातर जापानी लोग टाटामी (Tatami) मेट्स पर सोते हैं, जो चावल के भूसे से बनी होती हैं. इनके ऊपर एक पतला फ्यूटन मैट्रेस बिछाया जाता है. असली जापानी फ्यूटन बहुत पतले और एक व्यक्ति के लिए बने होते हैं. कई बार पति-पत्नी अपने-अपने फ्यूटन पर सोते हैं और अगर करीब सोना चाहें तो फ्यूटन को पास रख लेते हैं. लेकिन एक जापानी महिला ने बताया, 'अगर आप अपने पार्टनर के फ्यूटन में घुसेंगे, तो आधा शरीर रजाई से बाहर रहेगा और ठंड लग जाएगी.'

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5. सेफ्टी और स्पेस

जापान में छोटे अपार्टमेंट और भूकंप का खतरा आम बात है. ऐसे में भारी बेडफ्रेम के बजाय जमीन पर फ्यूटन रखना ज्यादा सेफ और प्रैक्टिकल माना जाता है. जापान में पारंपरिक बेडरूम को वाशित्सु (Washitsu) कहा जाता है, जिसमें न फर्नीचर होता है और न बिस्तर स्थायी रूप से लगा होता है. वहां लोग रात में फ्यूटन बिछाकर सोते हैं और सुबह उसे समेट देते हैं. यह जगह बचाने और सादगी वाली लाइफ की सोच दिखाती है.

पश्चिम के देशों में भी थी अलग-अलग सोने की परंपरा

आज भले ही पश्चिमी देशों में कपल्स का साथ सोना आम बात हो, लेकिन विक्टोरियन युग में इंग्लैंड और अमेरिका में अलग-अलग बिस्तर पर सोना एक मॉडर्न ट्रेंड था. तब डॉक्टरों का मानना था कि साथ सोने से सेहत पर असर पड़ता है और एनर्जी खत्म होती है. 1920 के दशक तक ट्विन बेड्स को स्वच्छता, समानता और आधुनिकता का प्रतीक माना जाता था, लेकिन 1950 के बाद इसे दूरी और खराब रिश्ते की निशानी समझा जाने लगा.

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