Republic day 2024 : 15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने में होता है अंतर

History of flag hoisting : इसके पीछे खास वजह और इतिहास है तो चलिए आपको बताते हैं क्या है अंतर इन दोनों दिनों में.

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गणतंत्र दिवस के मौके झंडा फहराया जाता है. जबकि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ध्वजारोहण होता है.

Republic Day 2024 Flag Hoisting: यूं तो तिरंगा (tri color) हमेशा ही देश की शान होता है. लेकिन क्या आपने कभी ये नोटिस किया है गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडा लहराने का तरीका अलग होता है. इसके पीछे खास वजह है और  इतिहास है तो चलिए आपको बताते हैं क्या है अंतर इन दोनों दिनों में. Top 11 Happy Republic Day 2024 Wishes : इन 11 संदेशों के जरिए अपनों को भेजें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री

26 जनवरी यानी कि गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति ध्वज फहराते हैं जबकि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं. ऐसे इसलिए क्योंकि गणतंत्र दिवस, संविधान से जुड़ा दिन है. जब देश गणतंत्र बना था. जिसके प्रमुख राष्ट्रपति होते हैं. इसलिए गणतंत्र दिवस पर झंडे को फहराने का काम राष्ट्रपति करते हैं. जबकि स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर पर देश के प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं. इसमें एक दिलचस्प तथ्य ये भी है कि पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर देश में कोई राष्ट्रपति नहीं था. इसलिए, झंडा फहराया था भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन ने. जबकि दूसरे गणतंत्र दिवस पर ये गौरव हासिल हुआ था देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को.

झंडा फहराने और ध्वजारोहण में अंतर

गणतंत्र दिवस के मौके झंडा फहराया जाता है. जबकि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ध्वजारोहण होता है. इसका अर्थ ये है कि गणतंत्र दिवस पर झंडा पोल में सबसे ऊपर एक बंडल की तरह बंधा होता है. जिसे राष्ट्रपति डोरी खींच कर फहराते हैं. जबकि स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण होता है. यानी झंडा पोल पर नीचे की ओर होता है, जिसे डोरी खींच कर ऊपर ले जाते हैं. इसे ध्वजारोहण कहते हैं. ये प्रक्रिया इस बात का प्रतीक है कि इस दिन देश आजाद हुआ था.

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