Why You Feel Sleepy With Partner: क्या कभी ऐसा हुआ है कि आप अपने पार्टनर, क्रश या किसी बहुत ही खास इंसान के पास बैठे हों और अचानक नींद या बहुत ज्यादा रिलैक्सेशन (Partner Ke Saath Relax Kyon Mehsus Hota Hai) महसूस होने लगे? पहले तो लगता है कि शायद थकान होगी, लेकिन असल वजह कहीं ज्यादा दिलचस्प है. नए वैज्ञानिक अध्ययनों में सामने आया है कि ये घटना प्यार, भरोसे और दिमाग के शांत होने से जुड़ी है. जब हम उस इंसान के करीब होते हैं जिसके साथ हम सेफ (Oxytocin Hormone Kya Hota Hai) और कंफर्टेबल महसूस करते हैं. तो शरीर खुद को एक तरह की आराम की स्थिति में डाल देता है. दरअसल, जब कोई प्यार में पड़ जाता है तो डोपामाइन और ऑक्सिटोसिन रिलीज होने लगते हैं. जिससे वह पार्टनर के पास रहना और उससे बात करना पसंद करता है. ये फिनोमिना पूरी तरह नेचुरल और रिश्ते की मजबूती की निशानी है.
पार्टनर के साथ कैसे ऑन होता है सेफ्टी मोड (How You Feel Safe With Partner)
पार्टनर के पास क्यों होने लगती है नींद?
दिनभर की भागदौड़, काम का दबाव, शोर, जिम्मेदारियां, ये सब दिमाग को लगातार अलर्ट रखती हैं. लेकिन जब हम किसी ऐसे इंसान के करीब बैठते हैं जिस पर भरोसा होता है. तो दिमाग अचानक सेफ मोड में जाने के संकेत पकड़ लेता है. इस समय शरीर का सिंपेथेटिक नर्वस सिस्टम धीमा पड़ने लगता है. ये सिस्टम स्ट्रेस के समय एक्टिव होता है. इसके साथ ही रिलैक्सेशन लाने वाला पैरासिंपेथेटिक नर्वस सिस्टम ऑन हो जाता है. यानी हम कह सकते हैं कि शरीर एकदम ट्यून में आकर कहता है अब आराम करो. तुम सुरक्षित हो. यही कारण है कि पलकें भारी होने लगती हैं, बॉडी रिलैक्स हो जाती है और नींद जैसा एहसास आता है.
प्यार और भरोसे का ‘सुपर हार्मोन'
इस पूरे प्रोसेस में सबसे महत्वपूर्ण रोल निभाता है ऑक्सीटोसिन. जिसे प्यार का हार्मोन या कडल हार्मोन भी कहा जाता है. जब आप किसी करीबी को गले लगाते हैं. उसका हाथ पकड़ते हैं या सिर्फ उसके पास बैठते हैं. तो शरीर में ऑक्सीटोसिन रिलीज होता है.
ऑक्सीटोसिन क्या करता है?
• तनाव और एंग्जायटी कम करता है
• दिल की धड़कन स्थिर करता है
• दिमाग को शांत रखता है
• सुरक्षा और अपनापन बढ़ाता है
• ब्लड प्रेशर को स्थिर बनाता है
• नींद लाने वाले न्यूरोकेमिकल्स को सक्रिय करता है