जब भी किसी घर में कोई बच्चा पैदा होता है तो उसका खयाल रखने की जिम्मेदारी घर के बुजुर्गों की होती है. आमतौर पर दादी या नानी ही बच्चे की देखभाल करती हैं और उनकी मालिश से लेकर बाकी चीजों को देखती हैं. अक्सर आपने नवजात बच्चों को कपड़े में लिपटे हुए देखा होगा, फोटोशूट के दौरान भी लोग ऐसा ही करते हैं, जिसमें बच्चे के हाथ-पैर पूरी तरह से कपड़े से लिपटे होते हैं और सिर्फ चेहरा दिखता है. इसे लेकर कई मिथ भी हैं, जिसके चलते कुछ लोग बच्चे को टाइट कपड़े में लपेटकर रखते हैं. आज हम आपको इसकी असली वजह और नुकसान बता रहे हैं.
हाथ-पैर क्यों लपेटकर रखते हैं लोग?
अब सबसे पहले ये जान लेते हैं कि लोग बच्चे के हाथ-पैर कपड़े से लपेटकर क्यों रखते हैं. इसके पीछे कई सालों से यही तर्क दिया जा रहा है कि इससे बच्चे के हाथ और पैर टेढ़े नहीं होते हैं. यही वजह है कि कुछ लोग हाथों और पैरों को खींचकर फिर बच्चे को टाइट कपड़ा लपेट देते हैं. हालांकि ऐसा करना काफी गलत है और ये बच्चे को परेशान कर सकता है.
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पूरी तरह से मिथ है ये बात
अब अगर आपको भी यही लगता है कि बच्चे के हाथ और पैर सीधे करने के लिए टाइट कपड़े से बांधकर रखना होता है तो आप गलत हैं. पेट में बच्चा जिस पोजिशन में होता है, पैदा होने के कुछ महीने तक उसके हाथ और पैर उसी तरह से मुड़े हुए होते हैं. जैसे ही बच्चे का विकास होता है, हाथ-पैर भी सीधे होने लगते हैं. इसीलिए बच्चे को ऐस तकलीफ देने का कोई मतलब नहीं है.
बच्चे को बांधने की ये है असली वजह
अब आपको बच्चे को कपड़े से लपेटने या बांधने की असली वजह बताते हैं. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि बच्चों में अचानक हाथ या पैर झटकने की आदत होती है, जो उन्हें मां के पेट से ही लगती है. जब बच्चा नींद में ऐसा करता है तो अचानक लगे झटके से उसकी नींद खुल जाती है और वो डर जाता है. इसीलिए बच्चे के हाथ-पैर को कपड़े से लपेटकर रखा जाता है. इसके लिए हाथ-पैर को टाइट बांधने की जरूरत नहीं होती है, क्योंकि आपको सिर्फ झटके को रोकना होता है.