WHO ने किया खुलासा, किसी महामारी से कम नहीं अकेलापन और खालीपन, सेहत के लिए साबित हो सकता है खतरनाक

Side Effects of Loneliness: वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने हाल ही में अकेलेपन और अलगाव को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. जिसमें कहा गया है कि अकेलापन सिर्फ एक बुरी भावना से कहीं ज्यादा है.

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
WHO on Loneliness: जानें विश्व स्वास्थ्य संगठन ने क्या कहा अकेलेपन के बारे में.

अंकित श्वेताभ: अक्सर अकेलापन और अलगाव हमें उदासी की ओर ले जाता है, चाहे किसी का ब्रेकअप हुआ है, घरवालों से बात नहीं बन रही है, दोस्तों के साथ घुलमिल नहीं पा रहे है, स्कूल या कॉलेज में कोई दोस्त या साथी नहीं है, तो अकेलापन होना आम बात है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अकेलापन कितना खतरनाक होता है? हाल ही में WHO की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अकेलापन और अलगाव रोजाना 15 सिगरेट पीने से भी कहीं ज्यादा खतरनाक है. आइए आपको बताते हैं WHO कि इस रिपोर्ट के बारे में कि क्या कहती है अकेलापन और अलगाव से जुड़ी यह रिसर्च.

अकेलापन और अलगाव से हो सकते हैं ये गंभीर रोग | Loneliness can Cause these Diseases

WHO की हालिया रिपोर्ट का नाम 'अकेलेपन और अलगाव की हमारी महामारी' है. इसमें बताया गया है कि अकेलापन (Loneliness) सिर्फ एक बुरी भावना से कहीं ज्यादा है. यह किसी इंसान की पर्सनल और सोशल हेल्थ (Personal and Social Health) दोनों को नुकसान पहुंचता है. इतना ही नहीं, गंभीर स्थिति में अकेलापन और अलगाव हार्ट डिजीज, डाइमेंसिया, स्ट्रोक, डिप्रेशन, एंजायटी और समय से पहले मौत के अधिक जोखिम से जुड़ा हुआ है.

WHO ने यह भी बताया कि यह अकेलापन एक दिन में 15 सिगरेट पीने से होने वाली मृत्यु के समान है. वहीं, सामाजिक रूप से जो व्यक्ति अकेलापन और अलगाव झेल रहा है उसके भी कई गंभीर परिणाम हो सकते हैं. जैसे स्कूल, कॉलेज, ऑफिस या किसी आर्गेनाइजेशन में जहां पर प्रोडक्टिविटी और कोऑर्डिनेशन की जरूरत है वहां पर ऐसे लोग खुद को कम समझते हैं.

Advertisement
अकेलेपन की महामारी से निपटने की पहल

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (World Health Organization) सोशल रिलेशनशिप (Social Relationship) पर एक सेमिनार का आयोजन करेगा, जिसका उद्देश्य अकेलेपन की महामारी से निपटने के लिए पहली वैश्विक पहल होगा. WHO के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने हाल ही में इसकी घोषणा की. उन्होंने बताया कि को-प्रेसिडेंट अमेरिकी सर्जन जनरल विवेक मूर्ति और अफ्रीकी संघ आयोग के युवा दूत चिडो मपेम्बा के नेतृत्व में सामाजिक अलगाव और प्रभावी समाधान के स्वास्थ्य जोखिम को समझने के लिए काम किया जाएगा.

Advertisement

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Top Headlines April 14: Ambedkar Jayanti | PM Modi | Waqf Protest | Jharkhand | Hazaribagh Violence
Topics mentioned in this article