Best Cooking Oils for Deep Frying: त्योहार आया तो पूरी बना लीं, बारिश आई तो पकोड़े बना लिए. सर्दी और बारिश में समोसे और आलू की कचौड़ी खाई जा रही हैं. देखा जाए तो इंडिया के लोग डीप फ्राई ( Best Oil To Deep Fry) चीजें खाना और बनाना काफी पसंद करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस तेल (Sahi Cooking Oil Kaise Chune) में आप व्यंजन डीप फ्राई करते हो, वो आपकी सेहत के लिए अच्छा है या नहीं. यूं तो कुकिंग ऑयल का ज्यादा सेवन अच्छा नहीं कहा जाता है लेकिन फिर भी कुछ तेल ऐसे हैं जो सेहत को काफी नुकसान कर डालते हैं. ऐसे में अगर आप डीप फ्राई कर रहे हैं यानी तला हुआ खाना बना रहे हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि इसके लिए कौन सा तेल (Health Ke Liye Kaun Sa Oil Achcha Hai) अच्छा है.
Photo Credit: iStock
कैसे चुने डीप फ्राई के लिए बेस्ट ऑयल (How to Choose Best Cooking Oil)
- एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर आप कुछ तल रहे हैं तो ये देखें कि कुकिंग ऑयल का स्मोक प्वाइंट कितना है.
- अगर किसी ऑयल का स्मोक प्वाइंट हाई है तो वो डीप फ्राई के लिए सही साबित हो सकता है.
- जिस तेल का स्मोक प्वाइंट हाई होता है, उसके गर्म होने पर जलने का डर नहीं होता.
- ऐसे तेल में अगर आप डी फ्राई करते हैं तो तेल तुरंत जलता नहीं है और व्यंजन अच्छे से पक जाता है.
- जिस तेल का स्मोक प्वाइंट कम होता है, वो हीट पर ऑक्सिडाइज हो जाता है और ऐसा तेल सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है.
- घी को डीप फ्राई के लिए बेस्ट माना जाता है. आपने देखा होगा कि हमारे देश में तीज त्योहार पर काफी सारी मिठाइयां और पकवान घी में ही तले जाते हैं.
- इसकी वजह ये है कि घी का स्मोक प्वाइंट काफी हाई होता है.
- घी का स्मोक प्वाइंट 485°F (252°C) होता है, यानी ये इतनी हीट के बाद ही जलता है.
- इसे काफी ज्यादा गर्म करने पर भी नुकसान नहीं होता है.
- घी का स्वाद भी अच्छा होता है और ये नैचुरल भी होता है.
- अगर आप नारियल तेल यानी कोकोनट ऑयल को रिफाइंड करके इसे डीप फ्राई के लिए इस्तेमाल करते हैं तो आपकी सेहत को ज्यादा नुकसान नहीं होगा.
- साउथ इंडिया में ज्यादातर लोग तलने के लिए नारियल के रिफाइंड तेल को ही यूज करते हैं.
- इसका कारण है कि इस तेल का स्मोक प्वाइंट काफी हाई यानी 400 °F होता है.
- नारियल तेल में मोनोसैचुरेटेड फैट भी होता है जो सेहत के लिए अच्छा माना जाता है.
- अलसी का तेल भी डीप फ्राई के लिए अच्छा माना जाता है.
- अलसी के तेल का स्मोक प्वाइंट हाई यानी 400°F से ज्यादा होता है.
- अलसी का तेल दिल और दिमाग की सेहत के लिए भी अच्छा कहा जाता है.
- स्वाद में हल्का होने के कारण ये पचने में भी आसान होता है. अलसी का तेल ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होता है.
Photo Credit: iStock
- कैनोला ऑयल बाजार में काफी कम कीमत पर मिल जाता है.
- ये स्वाद में हल्का है और इसकी तासीर भी गर्म नहीं होती है.
- कैनोला के तेल को अगर रिफाइंड करके यूज किया जाए तो सेहत को नुकसान नहीं होता है. रिफाइंड कैनोला ऑयल का स्मोक प्वॉइंट 400°F होता है.
- कैनोला ऑयल में ओमेगा 3 फैटी एसिड और ओमेगा 6 फैटी एसिड पाए जाते हैं जो ओवरऑल हेल्थ के लिए अच्छे कहे जाते हैं.
- आप जो भी कुकिंग ऑयल इस्तेमाल कर रहे हैं, उसे ज्यादा देर तक गर्म ना करते रहें.
- कुकिंग ऑयल को गर्म करते समय इसके स्मोक प्वाइंट पर ध्यान देते रहें.
- एक बार कुकिंग ऑयल को यूज करने के बाद उसे बार बार इस्तेमाल ना करें.
- कुकिंग ऑयल को ज्यादा लंबे समय के लिए स्टोर करके नहीं रखना चाहिए.
- इस्तेमाल किए गए तेल को धूप में रखने की बजाय अंधेरी और ठंडी जगह पर रखें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.