Minimalist lifestyle: सादा जीवन उच्च विचार ये कहावत तो आपने सुनी होगी और इसे भली-भांति पूरा करते हैं इंफोसिस कंपनी के पूर्व डायरेक्टर नारायण मूर्ति (N. R. Narayana Murthy) और उनकी पत्नी सुधा मूर्ति (Sudha Murthy), जो इतनी सिंपल लाइफ जीते हैं कि आम इंसान को भी उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए. खासकर सुधा मूर्ति जो सिंपल लिविंग में बिलीव करती हैं, उन्होंने अपने ऊपर बहुत कम खर्च किया है और आपको जानकर हैरानी होगी कि 30 साल बाद सुधा मूर्ति ने एक साड़ी खरीदी है. उनकी इस मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल (Minimalist Life) के पीछे की वजह क्या है और ये लाइफस्टाइल होती क्या है चलिए हम आपको बताते हैं.
क्या होती है मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल
मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल एक ऐसी जिंदगी होती है, जिसमें सिर्फ जरूरत की चीज को खरीदना होता है यानी जीवन जीने के लिए जो चीज जरूरी है सिर्फ हम उन्हें खरीदें और बाकी लग्जरी चीजों को खरीदने से बचें. अगर आप फाइनेंशली परेशान है या पैसा होने के बाद भी सिंपल लाइफ जीना चाहते हैं, तो आपको मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल का ऑप्शन जरूर चुनना चाहिए, क्योंकि ये आपकी लाइफस्टाइल को बहुत पॉजिटिव बनाता है और कहते हैं कि इन लोगों को स्ट्रेस भी बहुत कम होता है.
किस तरह अपनाएं मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल
अगर आप भी मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल अपनाना चाहते हैं, तो 'ज्यादा' शब्द से परहेज करें, जैसे पैसा ज्यादा, घूमना, ज्यादा एंटरटेनमेंट आदि, क्योंकि ये मानसिकता हमें पैसों के पीछे भागना सिखाती है और फिर हम अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए बहुत पैसे खर्च करते हैं. मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल में आप अपनी अलमारी से लेकर अपनी लाइफ में सिर्फ जरूरी सामान ही रखें, घर की सजावट में कम से कम खर्च करें, कपड़े बहुत सिंपल सोबर पहनें और जरूरत पड़ने पर ही कपड़े खरीदें. खरीदारी करते समय एक बात जरूर सोचें कि हमें क्या सच में इस चीज की जरूरत है?
मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल जीने के फायदे
मिनिमलिस्ट लाइफस्टाइल जीने के सैकड़ों फायदे हैं आप पैसों की बचत करते हैं, अपने घर और अपनी जिंदगी को व्यवस्थित कर सकते हैं, दिखावे की जिंदगी से बचते हैं. ऐसी लाइफ जीने से तनाव कम होता है और घर में केवल जरूरत का समान होगा, तो साफ सफाई रखने में भी परेशानी नहीं होती और आपको बाकी चीजें करने का भी समय मिलता है.