Sleeping during weekends : यह तो हम सभी जानते हैं कि एक हेल्दी लाइफस्टाइल (Healthy lifestyle) के लिए हमें कम से कम 7 घंटे की नींद जरूर लेना चाहिए. अमेरिकन अकादमी ऑफ स्लीप मेडिसिन भी यही सलाह देती है कि हमें कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए. लेकिन तेज रफ्तार लाइफस्टाइल और अनहेल्दी हैबिट्स के कारण कई लोग नींद से संघर्ष करते हैं और हर रोज 7 घंटे की नींद पूरी नहीं कर पाते हैं. ऐसे में अगर आप वीकेंड (Weekend sleeping) के दौरान इन खोए हुए घंटे को यूटिलाइज करके अपनी नींद को पूरा कर लेते हैं तो इससे हार्ट हेल्थ को बेहतर किया जा सकता है और हृदय रोग (Heart health) के जोखिम को 20% तक कम किया जा सकता है. तो चलिए हम आपको बताते हैं यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी की हालिया रिपोर्ट के बारे में.
बालों पर इन 2 तरीकों से लगाना शुरू कर दिया तेल तो लंबे, घने और मोटे होने लगेंगे आपके केश
क्या कहती है नई रिसर्च
चीन के नेशनल सेंटर फॉर कार्डियोवैस्कुलर के राइटर यानजुन सॉन्ग ने एक हालिया रिपोर्ट पेश की है. जिसमें बताया गया है कि वीकेंड पर ज्यादा सोने से हृदय रोग के खतरे को कम किया जा सकता है. दरअसल, 91000 प्रतिभागियों पर पिछले 14 साल से एक रिसर्च की जा रही है, जिसमें लगभग चार ग्रुप बने हुए हैं. इन्हें इस आधार पर बनाया गया है कि हर रात कौन सबसे कम सोया और कौन सबसे ज्यादा सोया. इसके बाद जब इसका कैलकुलेशन किया गया, तो पाया गया कि जो लोग वीकेंड पर अपनी खोई हुई नींद को पूरा कर लेते हैं उनमें लगभग 20% तक हार्ट संबंधित जोखिम को कम पाया गया है.
वीकेंड पर नींद पूरे करने के फायदे
अगर आप रोज 7 घंटे नींद लेते हैं या अपनी बची हुई नींद को वीकेंड के दौरान पूरा कर लेते हैं, तो इससे आपके शरीर में एनर्जी का लेवल बना रहता है और आप तरोताजा महसूस करते हैं. इतना ही नहीं अच्छी नींद से याददाश्त भी तेज होती है और कंसंट्रेट करने की क्षमता बढ़ती है. एक्सपर्ट्स यह भी मानते हैं कि अच्छी नींद लेने से ब्लड प्रेशर और वेट को कंट्रोल किया जा सकता है और यह हमारे इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है, जिससे शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है. यह आपके मेटाबॉलिज्म को बेहतर करता है और अच्छी नींद लेने से दिल के रोगों के खतरे को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
,