अंकित श्वेताभ: सरयू नदी के तट पर बसा अयोध्या (Ayodhya Ram Mandir) अपनी दैविक इतिहास के लिए पूरी दुनिया में फेमस है. भगवान विष्णु के छठें अवतार श्री राम का जन्म इसी अयोध्या में हुआ था. इस वजह से ये जगह सभी सनातनियों के लिए पवित्र धाम बन चुका है. अगले महीने अयोध्या में श्री राम की नवनिर्मित राम मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा (Inauguration of Ram Mandir) होने जा रहा है. ये हर हिन्दू के लिए बड़ा दिन होगा. ऐसे में देश-दुनिया के कई बड़े लोगों को आमंत्रित किया गया है. अगर आप भी राम जी के दर्शन की प्लान कर रहे हैं तो आप यहां कई और जगह घुम सकते हैं. अयोध्या एक बेहतरिन टूरिस्ट प्लेस हैं. यहां कई सारी अच्छी चीजें हैं देखने और घुमने को.
अयोध्या के कुछ खास टूरिस्ट स्पॉट | Special Tourist places in Ayodhya
कनक भवनराम मंदिर के पास तुलसी नगर में स्थित कनक भवन (Kanak Bhawan in Ayodhya) को सोने का घर भी कहा जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ये भवन श्री राम और मां सीता को सर्पित है. इसे देखकर आपको किसी राजस्थानी पैलेस की याद आ जाएगी..
जैसा की नाम से ही पता लगता हैं, ये गुलाबों और हरियाली से भरा एक बगीचा हैं जो वैदही नगर में है. असल में ये अवध के तीसरे नवाब शुजा उद दौला, उनकी मां और पिता जी की कब्र है जिसे 18वीं सदी में बनाया गया था. गुलाब बाड़ी (Gulab badi in Ayodhya) एक नैशनल हेरिटेज साइट है.
अयोध्या में स्थित सभी पर्यटक स्पॉट्स में से मुख्य थेरी बाजार के सेंटर में स्थित नारेश्वरनाथ मंदिर (nageshwar nath Mandir in Ayodhya) है. मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर का निर्माण श्री राम के पुत्र कुश ने करवाया था. महाशिवरात्रि और त्रयोदशी के दिन यहां भक्तों की खास भीड़ होती हैं.
अयोध्या और फैजाबाद की सबसे उंची संरचना आज भी बहू बेगम का मकबरा (bahu begum ka makbara) है. ये नवाब शुजा उद दौला की पत्नी बेगम उन्मतुज्जोहरा को समर्पित है. इसे एएसआई द्वारा संरक्षित किया गया है.
अयोध्या शहर में स्थित तुलसी स्मारक भवन (Tulsi Smarak Mandir) गोस्वामी तुलसीदास की स्मृति में बना है. माना जाता हैं कि जहां ये भवन बना है वहीं पर तुलसी ने 16वीं सदी में रामचरितमानस की रचना की थी.