What to eat after snake bite treatment : कई बार सांप का काटना जानलेवा होता है और हर साल हजारों लोगों की सांप काटने के कारण मौत होती है. बरसात के मौसम में सांपों के बिल से बाहर निकलने के कारण इस तरह की घटनाएं ज्यादा होने लगती है. ऐसे में अगर आपके सामने अचानक सांप आ जाए (Saap Ke Dikhne Par Kya Kare) या सांप काट लें तो क्या करना चाहिए. आइए जानते हैं इमर्जेंसी एक्सपर्ट से जानते हैं कि सांप के दिखने या सांप के काटने के बाद (Saap Ke Katne Par Kya Kare) कौन सी सावधानियां बचा सकती है जान (Saap Ke Katne Par Jan Bachne Ke Upay) .
घर में क्या रखने से सांप नहीं आता है? सांप के ऊपर यह डालने से वह तुरंत भाग जाता है
सांप दिखने पर क्या करें (What to do if you see a snake)
यदि आपको घर में या बाहर कहीं भी अचानक सांप नजर आए तो जितनी जल्दी हो वहां से दूर चले जाएं. हालांकि कम ही मामलों में सांप नजर आने के बाद काटता है. सांप काटने की अधिकतर घटनाएं सांप के नजर आने के पहले ही हो जाती है लेकिन सावधानी रखना बेहतर है.
कैसे पता चलेगा कि सांप ने काटा है (How to know if a snake has bitten you)
आयुर्वेदिक डॉक्टर प्रताप चौहान कहते हैं कि सांप के काटने का पता काटने की जगह पर निशान, वहां तेज दर्द, सूजन और जलन जैसे लक्षणों से लगाया जा सकता है. चैसे कुछ विषैले सांपों के काटने पर धुंधली दिख सकता है, मांसपेशियों में कमजोरी, निगलने में कठिनाई और मुंह में अजीब सा स्वाद जैसे तंत्रिका संबंधी लक्षण कई बार उभर सकते हैं. अगर आपको लगता है कि आपको सांप ने काटा है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं खुद इलाज ना करें, क्योंकि कुछ मामलों में लक्षण दिखने में कुछ घंटे लग सकते हैं.
अगर सांप आपको काट लेता है तो तेजी से भागने से बचें. इससे सांप का जहर भी शरीर में तेजी से फैलने का खतरा होता है. सुरक्षित जगह पर पहुंचकर शांत बैठ जाएं या संभव हो तो लेट जाएं. ज्यादा हिले-डुले नहीं. अंगूठी, घड़ी या अन्य टाइट चीजें उतार दें. इसके बाद सबसे के जिस हिस्से में सांप काटा है उसे जगह को साबुन पानी से धो लें. इसके बाद का जहां सांप काटा है उस जगह पर पट्टी करना सबसे जरूरी है. हालांकि जल्दी से जल्दी अस्पताल जाने की कोशिश करें या एंबुलेंस बुलाएं. अस्पताल पहुंचने से पहले पट्टी जरूर बांध लें.
पट्टी कैसे बांधें (How to bandage after a snake bite)
एक्सपर्ट के अनुसार पट्टी बांधना सांप के जहर को फैलने से बचाने का सबसे जरूरी हिस्सा है. इसके लिए नीचे से लेकर ऊपर तक पट्टी बांधनी चाहिए. जहां सांप काटता है वहां पट्टी बांधे लेकिन ऐसे बांधे कि उसके कारण ब्लड सर्कुलेशन पर असर न पड़े. ऐसा करने से उसे अंग पर गहरा असर पड़ सकता है. इसके लिए ऊपर से नीचे तक मध्यम टाइट पट्टी बांधे जिससे लिंफेटिक वैसल्स बंद हो जाए. लेकिन आर्टरीज यानी धमनियां बंद न हो.सांप का जहर लंफेटिक वैसल्स के से ही शरीर में जहर फैलता है. लिंफ वैसल्स पतली दीवारों वाली नसे होती हैं जिसमें शरीर की रक्षा के लिए लिक्विड भरा होता है. इस लिक्विड में शरीर का कचरा, कीटाणु और इन सबसे बचाने वाले इम्यून कोशिकाएं भरी होती हैं. आर्टरीज दिल से ऑक्सीजन मिला शुद्ध खून पूरे शरीर में ले जाती हैं. पट्टी ज्यादा टाइट बांधने से आर्टरीज में सप्लाई बंद हो सकती है और ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने के कारण अंगों पर गहरा असर हो सकता है.
किससे बांधे पट्टी (If bandage not available what to do)
अगर घटना स्थल पर पट्टी न मिले तो सूती तौलिया या धोती के टुकड़े को पट्टी की तरह यूज किया जा सकता है. कुछ नहीं मिले तो बनियान को निकालें और उसे फाड़ दें और उसी को पट्टी की तरह यूज करें.
सांप काटने के बाद न करें ये काम ( What to avoid after snake bite)
- सांप काटने के जख्म को बहुत ज्यादा टाइट न बांधें.
- इस हिस्से में बर्फ लगाने की कोशिश न करें.
- सांप के काटने के कारण बने उस जख्म को छेड़े नहीं
- सांप काटने के बाद कैफीन या शराब बिलकुल नहीं पिएं.
- दर्द कम करने वाली दवाएं जैसे एस्पिरिन,आइबुप्रोफेन प्रोक्सन सोडियम आदि न लें, इनसे खून बहने का खतरा बढ़ सकता है.
- सांप काटने के बाद भूलकर भी घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल न करें.
कितनी देर में अस्पताल पहुंचना जरूरी
सांप काटने के बाद जितना जल्दी संभव हो, उतनी जल्दी अस्पताल पहुंचने की कोशिश करें. सांप के जहर का असर इस बात पर निर्भर करता है कि सांप का कितना जहर आपके खून में पहुंचा है.
सांप काटने के लक्षण (Symptoms of snake bite)
- सांप काटने के लक्षण दिखेंगे काटे गए सांप के अनुसार हो सकता
- नाग, कोबरा, करैत जैसे सांपों के काटने से न्यूरोलॉजिकल लक्षण सामने आ सकते हैं.
- इसमें मसल्स बहुत कमजोर होने लगते हैं, सांस लेने में तकलीफ होती है, हाथ-पैर बेजान हो सकते हैं.
- बोलने और सांस लेने में परेशानी, आलस और तेज नींद आ सकती है.
- रसेल वाइपर, पीट वाइपर जैसे सांप के काटने से ब्लड सिस्टम डैमेज होने लगता है.
- इसमें बॉडी में खून इतना पतला हो जाता है कि जगह जगह से अपने आप रिसने लगता है.
- नाक से खून निकल सकता है और यूरिन और स्टूल में खून आ सकता . कई मामलों में खून की उल्टियां भी हो सकती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.