Premanand Ji Maharaj pravachan: श्री राधा रानी(Radha Rani) के परम भक्तों में से एक श्री प्रेमानंद जी महाराज (Premanand Sagar Maharaj) अपने प्रवचन और उपदेशों को लेकर लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो चुके हैं. उनके प्रवचन को सुनना और उन्हें अनुसरण करना आपको भक्ति के मार्ग पर ले जा सकते हैं और बुरे आचरणों से बचा सकते हैं. ऐसे में वृंदावन में रहने वाले प्रेमानंद महाराज से मिलने देश-विदेश से करोड़ों लोग आते हैं. आज हम आपको बताते हैं प्रेमानंद महाराज शराब (Alcohol) पीने वालों के लिए क्या विचार रखते हैं और क्यों इसे छोड़ने के लिए (why we should not drink alcohol) कहते हैं. यकीन मानिए कि आप भी प्रेमानंद महाराज की यह बात सुनकर शराब पीना छोड़ सकते हैं.
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शराब को लेकर क्या कहते हैं प्रेमानंद सागर महाराज
वृंदावन के लोकप्रिय प्रेमानंद महाराज शराब के विषय में कई बार खुलकर बात कर चुके हैं. उन्होंने कहा है कि शराब पीना एक बड़ा पाप है और जो व्यक्ति को न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी नुकसान पहुंचाता है. इतना ही नहीं प्रेमानंद सागर महाराज ने यह भी कहा कि जो व्यक्ति शराब पीता है वह अपने असली लक्ष्यों से भटक सकता है और बुरे मार्ग पर जा सकता है, ऐसे में शराब पीने से हमें बचना चाहिए.
बुरे कर्मों की और ले जाती है शराब
प्रेमानंद महाराज के अनुसार शराब पीने वाला व्यक्ति हिंसक हो जाता है और ऐसा व्यक्ति अपने बुजुर्ग को और पूज्य जनों का अपमान भी करता है, इसलिए हमें ऐसी चीज से दूर रहना चाहिए जो हमें नुकसान देती हो. उन्होंने सलाह दी है कि जो भगवान के शरणागत है उन्हें शराब छोड़ देना चाहिए और ईश्वर की शरण में आना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि शराब छोड़ना मुश्किल हो सकता है, लेकिन असंभव कुछ भी नहीं है. कोई भी आपको जबरदस्ती शराब नहीं पिला सकता है. प्रेमानंद सागर महाराज ने शराब के हानिकारक प्रभाव बताते हुए कहा कि शराब का सेवन करने से व्यक्ति की सोच और व्यवहार नकारात्मक हो जाता है और यह उसके जीवन को प्रभावित कर सकती है. न सिर्फ शराब पीना बल्कि जुआ खेलने, मांस खाना और किसी दूसरी स्त्री के साथ संबंध बनाना महापाप की श्रेणी में आते हैं और इन कर्मों को हमें करने से बचना चाहिए.