अंकित श्वेताभ: हर बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अपने मन की बात कार्यक्रम में कुछ खास लोगों से सीधी बातचीत करते हैं. ये सभी अपने - अपने क्षेत्र में कुछ नया और कुछ अलग करने वाले होते हैं. प्रधानमंत्री मोदी का विजन होता है कि इससे पूरे देश को कुछ सीखने और जानने को मिले. मन की बात कार्यक्रम (Man ki Baat program) के माध्यम से लोगों को भी प्रधानमंत्री के सामने अपनी बात और अपने स्किल्स के बारे में बताने मौका मिलता है. इस बार भी मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक खास और अनोखे फिटनेस ट्रेनर (Fitness Trainer in Man ki baat) से बात की. आइए बताते हैं आपको कौन है वो ट्रेनर.
बेंगलुरु के तगड़ा रहो कराते हैं खास ट्रेनिंग | Tagda Raho Fitness Centre of Bengaluru
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में बेंगलुरु के तगड़ा रहो (Bengaluru's Tagda Raho) से बात की. ये एक खास तरह का फिटनेस सेंटर है जो पूरी तरह से पारंपरिक चीजों का इस्तेमाल करके ट्रेनिंग कराते हैं. दुनिया भर में एक मात्र यह फिटनेस सेंटर ऐसा है जो वेट ट्रेनिंग, कार्डियो और अन्य वर्कआउट के लिए सिर्फ भारत की पारंपरिक चीजों का ही इस्तेमाल करता है. यहां वर्कआउट कराने के लिए गदा, मुद्गर और समतोला जैसी चीजों का यूज करते हैं. साथ ही यहां कुश्ती और पहलवानी की भी ट्रेनिंग दी जाती हैं. यह फिटनेस सेंटर भारत की मिट्टी से जुड़े रहने के लिए फेमस है.
कैसे यूज होता है मुदगर और गदा | What is Gada and Mudgar
मुदगर और गदा को भारत की पारंपरिक कसरत की चीजों के रूप में माना जाता है. सालों से यहां के लोग इन्हीं चीजों का इस्तेमाल करके खुद को फिट रखते आए हैं. मुगदर और गदा बनाने वाली कंपनियां इन्हें अलग-अलग वेट के हिसाब से बनाती हैं. गदा का शेप भगवान हनुमान के गदे जैसा ही होता है. इसमें लंबी सी ग्रिप के साथ आगे की ओर वजन होता है. इसे अपने सिर के ऊपर से करते हुए एक हाथ से घुमाया जाता है. अपर बॉडी वर्कआउट के लिए ये बहुत अच्छा होता है.
मुगदार में छोटे ग्रिप के साथ लंबा वेट होता है. ये भी अलग - अलग वजन में आते हैं. इनका यूज ग्रामीण इलाकों से आता हैं जहां जिम या फिटनेस क्लब की पहुंच नहीं होती है. इसकी मदद से फुल बॉडी वर्कआउट करना आसान होता है.
इसलिए मन की बात में हुए शामिल
बेंगलुरु की तगड़ा रहो फिटनेस सेंटर अपनी पारंपरिक कनेक्शन के कारण मन की बात में शामिल हुई. इन्होंने मॉडर्न फिटनेस तकनीक ना अपनाते हुए भारत की पारंपरिक चीजों का यूज करके ही ट्रेनिंग देने का प्रयास किया है जिसकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रशंसा की.