National Doctors Day 2021: हर साल 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे (National Doctor's Day) मनाया जाता है. यह दिन सभी डॉक्टरों को उनकी सेवा के लिए धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है. केंद्र सरकार ने 1991 में इस दिन को मनाने की शुरूआत की थी. तब से अब तक यह दिन मनाया जा रहा है. आज इस खास मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सभी डॉक्टर्स को बधाई दी है.
राष्ट्रपति ने अपने ट्वीट में लिखा, "आइए #NationalDoctorsDay को डॉक्टरों के समर्पण के लिए एक ट्रिब्यूट के रूप में मनाएं. कोविड-19 के समय में, उनकी सेवा उनकी ड्यूटी से कई ज़्यादा रही. हम उन निस्वार्थ स्वर्गदूतों के बहुत आभारी हैं, जिन्होंने हमें बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डॉक्टर्स को इस दिन की बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "डॉक्टर्स डे पर सभी डॉक्टरों को मेरी शुभकामनाएं. चिकित्सा की दुनिया में भारत की प्रगति सराहनीय है और इसने हमारे ग्रह को स्वस्थ बनाने में योगदान दिया है."
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, "डॉक्टर बनना मानवता की सेवा करने का संकल्प है. राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर हम अपने साहसी डॉक्टरों के प्रयासों को सलाम करते हैं, जिन्होंने कई बाधाओं के बावजूद मानवता की सेवा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. हमने समाज के प्रति उनके निस्वार्थ प्रयासों को बार-बार देखा है."
क्यों मनाया जाता है नेशनल डॉक्टर्स डे?
भारत में 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे मनाने के पीछे का कारण यह है कि इस दिन देश के महान डॉक्टर और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री विधानचंद्र रॉय का जन्म हुआ था. हालांकि डॉक्टर विधानचंद्र की इसी दिन पुण्यतिथि भी होती है. विधानचंद्र रॉय का जन्म 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना के खजांची में हुआ था.
उन्होंने चिकित्सा के क्षेत्र में अहम योगदान दिया है. उन्हें उनके दूरदर्शी नेतृत्व के लिए बंगाल का आर्किटेक्ट भी कहा जाता है. साल 1961 में उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था. उन्हीं की याद में तत्कालीन केंद्र सरकार ने साल 1991 में नेशनल डॉक्टर्स डे मनाने का ऐलान किया था. तब से हर साल एक जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जा रहा है.