Menstruation Age: पीरियड्स यानी मासिक धर्म (Menstruation)या माहवारी महिलाओं की लाइफ का एक काफी जरूरी हिस्सा है जो हर माह नियत समय पर होते हैं. कई लोग इसे परेशानी मानते हैं लेकिन देखा जाए तो ये एक स्वाभाविक बायोलॉजिकल कंडीशन है जिससे आमतौर पर हर महिला को गुजरना होता है. 12 से 13 साल के बीच पीरियड्स (Periods) शुरू होते हैं और एक उम्र के बाद पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं और उस समय को मेनोपॉज कहते हैं. अधिकतर महिलाएं पीरियड्स बंद होने के समय को लेकर कंफ्यूज रहती हैं. बढ़ती उम्र की महिलाएं इस बात को लेकर परेशान हो उठती हैं कि उनके पीरियड कब बंद होंगे.देखा जाए तो अधिकतर महिलाएं पीरियड्स बंद होने की सही उम्र को लेकर चिंता में रहती हैं. चलिए आज इस बारे में बात करते हैं.
क्या है मेनोपॉज
जब महिलाओं को पीरियड्स बंद हो जाते हैं और उनके कंसीव करने की संभावनाएं कम हो जाती हैं तो उस खास समय को मेनोपॉज कहते हैं. ये एक लंबा समय होता है और इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं और उनकी मेंटल हेल्थ पर भी इसका असर होता है. हालांकि हर महिला में मेनोपॉज का पैटर्न अलग अलग होता है, इसके साथ ही इसके लक्षण भी अलग अलग होते हैं. मेनोपॉज के लक्षणों की बात करें तो रात में पसीना आना, मूड स्विंग, चिड़चिड़ाहट, स्ट्रेस, हॉट फ्लेशेज आम लक्षण हैं जो लगभग हर महिला में देखे जाते हैं. ऐसे दौर में महिलाओं को बार बार यूरिन आता है, नींद बाधित होने लगती है, स्किन रूखी होने लगती है और वजन भी बढ़ने लगता है.
क्या है मेनोपॉज की सही उम्र
देखा जाए तो 45 से 50 साल के बीच महिलाओं में मेनोपॉज की प्रोसेस शुरू हो जाती है. लेकिन नए दौर में महिलाओं को 40 साल के बाद भी मेनोपॉज हो रहा है. महिलाओं के शरीर के अनुसार भी मेनोपॉज की प्रोसेस और उम्र बदल सकती है. मेनोपॉज की प्रोसेस के समय का बात करें तो ये प्रोसेस चार साल से लेकर दस साल तक चल सकती है. पहले पीरियड कम आते हैं, फिर आना बंद हो जाते हैं. कुछ समय बाद फिर से ब्लीडिंग होने लगती है. ऐसी ही प्रोसेस के तहत मेनोपॉज कई साल तक चलता है.