Street Food of Mathura Vrindavan: जन्माष्टमी का त्योहार भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. हर वर्ष भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी मनाई जाती है. इस वष 16 अगस्त शनिवार को जन्माष्टमी मनाई जाने वाली है. जन्माष्टमी के अवसर पर दुनिया भर के कृष्ण भक्त बड़ी संख्या में मथुरा और वृंदावन (Janmashtami Par Mathura and Vrindavan Ki Yatra) पहुंचते हैं. मथुरा और वृंदावन जहां श्रीकृष्ण की लीलाओं के लिए जाना जाता है वही वहां के स्ट्रीट फूड्स के लिए भी काफी प्रसिद्ध (Mathura and Vrindavan Ke Famous Street Food) है. यहां ऐसे कई दुकान हैं जो सौ साल से भी ज्यादा पुराने हैं और वहां तैयार किए जाने वाली चीजों का टेस्ट लोग भूल नहीं पाते हैं. अगर आप इस बार जन्माष्टमी पर मथुरा और वृंदावन जा रहे हैं तो वहां के फेमस स्ट्रीट फूड का टेस्ट जरूर लें. देश से लेकर विदेश से आने वाले श्री कृष्ण भक्त इन स्ट्रीट फूड का स्वाद (Mathura and Vrindavan Me Kya Khaye) लेना नहीं भूलते हैं. आइए जानते हैं मथुरा और वृंदावन कुछ फेमस स्ट्रीट फूड्स के बारे में.
सौ साल से ज्यादा पुरानी दुकान की खास रबड़ी लस्सी
मथुरा की गलियों में रबड़ी लस्सी की कई ऐसी दुकानें हैं, जो सौ साल से भी ज्यादा पुरानी है. इन दुकानों में पीढ़ी दर पीढ़ी लोग लस्सी बेचते आ रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि दुकान वाले अपनी गायों के दूध से दही बनाते हैं और उससे बनी लस्सी बेहद खास और शुद्ध होती है. अगर आप मथुरा जाएं तो पचास रुपए से भी कम में मिलने वाली इस खास लस्सी का स्वाद लेना बिलकुल न भूलें.
खस्ता बेड़ई पुरी के साथ आलू की सब्जी
मथुरा और वृंदावन की खास खस्ता बेड़ई पुरी के साथ आलू की सब्जी बेहद फेमस है. बेड़ई एक तरह की कचौरी है जिसमें उड़द की पिसी हुई मसालेदार दाल भरी होती है. इस खास तरह की कचौरी को बगैर टमाटर वाली रसीली आलू सब्जी के साथ परोसा जाता है. एक बार इस कचौरी का टेस्ट लेने के बाद आप इसे कभी नहीं भूल पाएंगे.
मसालेदार कचौरी होती है मजेदार
मथुरा और वृंदावन में में खास तरह की कचौरियां मिलती हैं. हरी और लाल चटनी के साथ मिलने वाली ये स्वादिष्ट दाल की कचौरी की बात ही निराली है. कहीं कहीं कचौरी के साथ आलू की सब्जी भी परोसी जाती है. यह खास कचौरियां जन्माष्टमी के अवसर बनाई जाती हैं.
मथुरा और वृंदावन के पेड़े
मथुरा और वृंदावन के पेड़े काफी प्रसिद्ध हैं. मथुरा या वृंदावन जाने वाले वहां के ताजे पेड़े खाने के साथ साथ साथ लेकर जाना नहीं भूलते हैं. मथुरा में पेड़े की कुछ दुकानें काफी फेमस हैं. यहां काफी लंबे समय से पेड़े तैयार किए जाते हैं और बहुत सारी दुकानें काफी पुरानी भी हैं.