गुजर रहे इस साल के साथ ही कोरोना महामारी का खतरा एक बार फिर बढ़ता दिखाई दे रहा है. कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने देश भर में पैर पसारना शुरू कर दिया है. ऐसे में सबसे अहम है कि हम अपनी इम्यूनिटी बूस्ट करने पर खास ध्यान दें. इस महामारी से बचना है तो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होनी बहुत जरूरी है. सर्दियों में यूं भी जुकाम-खांसी की संभावना अधिक होती है लिहाजा ऐसे उपाय आजमाने की जरूरत है जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करें. इसमें बहुत ही अहम रोल निभाता है योग. योग से शरीर मजबूत तो होता ही है मन भी शांत रहता है. तो चलिए ऐसे योगासन के बारे में बताते हैं जो नए साल में आपकी इम्यूनिटी को और भी स्ट्रांग बनाने में मदद कर सकते हैं.
भुजंगासन
जमीन पर पेट के बल लेटें, माथा जमीन पर सटा रहे.
पैर एकदम सीधे रखने हैं और एड़ियों को मिलाकर रखें.
दोनों हाथ को एक दूसरे के समानांतर रखें.
लंबी सांस लेते हुए, पहले धीरे से सिर और फिर छाती को उठाएं और अंत में पेट को भी ऊपर की ओर उठाएं.
शरीर को ऊपर की ओर उठाते हुए कमर के पीछे की ओर खींचना है.
दोनों ही बाजुओं पर बॉडी का एक समान भार बनाए रखना है.
धनुरासन
सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं और अपने पैरों को फैला लें, दोनों हाथ जमीन पर रहें.
घुटनों को मोड़ते हुए कमर के पास ले आएं और पंजों को हाथ से पकड़ लें.
सांस लेते रहे और धीरे-धीरे सीने को जमीन से ऊपर उठाएं.
दोनों पैरों को हाथों से कमर की ओर खींचें.
आपका शरीर धनुष के आकार में होगा, इस स्थिति में थोड़ी देर बने रहें.
करीब 20 सेकंड बाद पहले की स्थिति में लौट आएं.
बालासन
सबसे पहले अपनी एड़ियों के बल पर बैठें और फिर घुटने मोड़ लें.
आगे की ओर झुक जाएं और अपने माथे को जमीन पर टिकाएं.
हाथों को धड़ के दोनों ओर से आगे की तरफ बढ़ाते हुए जमीन पर रख दें
अपने शरीर को नीचे की ओर झुकाएं, आपकी छाती, जांघों से सटी होनी चाहिए और सिर जमीन को छूना चाहिए.
चंद सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें और फिर पहली वाली स्थिति में वापस आ जाएं.
सेतु बंधन आसन
चटाई पर पीठ के बल लेटें. हाथों को सीधा जमीन पर रखें.
धीरे-धीरे घुटनों से मोड़ते हुए पैर एड़ियों के पास ले आएं.
अब जितना संभव हो सके एड़ियों को फर्श से ऊपर की तरफ उठाएं.
कुछ देर सांस को रोक कर रखें, अब सांस को छोड़ते हुए वापस जमीन पर लेट जाएं.
श्वासन
पीठ के बल बिल्कुल सपाट लेटें. इसके लिए आपके हाथ-पैर बिल्कुल सीधे होने चाहिए.
आंखें बंद करें और सांस भीतर लें और छोड़ें
इस प्रक्रिया को दस मिनट तक जारी रखें, फिर सामान्य हो जाएं.