Reason for pigmentation on face: आजकल पिग्मेंटेशन बड़ी समस्या बन चुका है. इसके कारण स्किन (Skin) पर ब्लैक पैचेज नजर आने लगते हैं. चेहरे पर पड़ने वाले दाग- धब्बे (Spots) आपके आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकते हैं. पिग्मेंटेशन बढ़ती उम्र की महिलाओं की समस्या है लेकिन अब युवावस्था में भी यह परेशानी आम (Common Problem) हो गई है. इसके लिए तेज धूप, प्रेगनेंसी, हार्मोनल बदलाव, तनाव जैसे कई कारण हो सकते हैं. डाइट का हमारे हेल्थ से गहरा रिश्ता होता है. ऐसी चीजें जो हमारे हेल्थ के लिए अच्छी होती हैं स्किन के लिए भी पॉजिटिव साबित होती हैं. खानपान (Diet) की गलत आदते भी पिंग्मेंटेशन का कारण बन सकती हैं. आइए जानते हैं ऐसी चीजों के बारे में जिनसे दूरी बनाकर आप अपने चेहरे को रख सकते हैं पिग्मेंटेशन फ्री.
झाइयों से बचने के लिए चीजों से बनाएं दूरी (To avoid Pigmentation make distance from these food items)
कैफीन वाले ड्रिक्स (Caffeine)
बॉडी में हार्मोनल असंतुलन के लिए कैफीन एक बड़ा कारण हो सकता है. इससे बॉडी में कोर्टिसॉल का स्तर बढ़ सकता है जो एस्ट्रोजन लेवल को असंतुलित कर सकता है. इससे स्किन पर पिग्मेंटेशन की समस्या शुरू हो सकती है. अगर आप पिग्मेंटेशन की समस्या से जूझ रहे हैं तो कैफीन युक्त ड्रिंक्स से दूर रहना ठीक होगा.
स्पाइसी और फ्राइड फूड्स (Spicey And Fried Food)
स्पाइसी और फ्राइड फूड्स भी झांइयों का कारण बन सकते हैं. मसालेदार भोजन में अम्लीय लाइकोपीन होता है जिससे स्किन का पीएच लेवल बिगड़ने के साथ -साथ ब्रेकआउट हो सकता है जो आगे चल कर दाग धब्बों का रूप ले लेता हैं. फ्राइड फूड्स इंफ्लेमेशन का कारण बन सकते हैं और झांइयों को बढ़ा सकते हैं.
मीठे का अधिक सेवन (Sweets)
मीठी चीजों के अत्यधिक सेवन से भी त्वचा संबंधी परेशानी शुरू हो सकती है. चीनी में ग्लासेमिक इंडेक्स हाई होता है. यह इंफ्लेमेटरी फूड में सबसे उपर है. यह पिग्मेंटेशन और प्रीमेच्योर एजिंग की समस्या को तेजी से बढ़ा सकता है.
दूध से बनीं चीजें (Milk Products)
डेयरी उत्पादों में कृत्रिम हार्मोन होते हैं. स्किन इन हार्मोंस को सोख लेती है जिससे बॉडी में हार्मोनल डिसबैलेंस उत्पन्न हो जाता है. यह आगे चल कर स्किन की समस्याओं का कारण बन जाता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.