Pro Kabaddi Player Strategies: भारत की धरती पर जन्मा कब्ड्डी का खेल आज पूरी दुनिया में पसंद किया जाता और खेला जाता है. इस गेम में मेंटल और फीजिकल एक्टीवनेस की अच्छी परिक्षा होती है. साथ ही इस खेल की जड़े मिट्टी से जुड़ी है. इसलिए इसे गांव से लेकर शहर तक हर जगह खेला जाता है. लेकिन इस खेल में सिर्फ शारीरिक फिटनेस काम नहीं आती है, बल्कि मेंटल फिटनेस यानी सही रणनीति भी आनी चाहिए. कई लोगों को इसमें दुविधा होती हैं. तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि अगर आपको एक प्रो कबड्डी प्लेयर बनना है तो इसके लिए आपको किन टेकनिक्स का ध्यान रखना चाहिए.
इन टेकनिक्स से बनें प्रो कबड्डी प्लेयर
1. रेड मैकेनिज्मकबड्डी के खेल में अटैक और डिफेंस के दो मूल कॉनसेप्ट होते हैं. अटैक करने के सही तरीके को ही रेड मैकेनिज्म कहते है. रेड करने वाले खिलाड़ी को डिफेंडर टीम के माइंड को समझना बहुत जरूरी है. रेडर के अच्छे गेम प्लैन से टीम कुछ ही समय में खेल को जीत सकती है. समय-समय पर डिफेंडर अपने खेल की प्रणाली को बदलते हैं. रेडर को इसका सही न्याय करके उसी हिसाब से अपने अटैक को प्लैन करना चाहिए.
रेडर अटैक करने के लिए कोर्ट में एंट्री के लिए लेफ्ट या राइट या सेंटर किसी भी दिशा को चन सकता है. लेकिन उसे एंट्री में कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी हैं. जैसे, दाएं कोने के लिए लड़ने वाले खिलाड़ी को दाई ओर एक एंटी-प्रेजेंट के साथ शुरू करना चाहिए और इसी तरह बाएं कोने के लिए. डिफेंडर जोन में प्रवेश करने से पहले चैंट शुरू कर देनी चाहिए. क्योंकि अगर रेडर डिफेंडिंग जोन में घुसने के बाद चैंट में कोई देरी करता है तो लेट चैंट पेनल्टी के तहत उसे मैच से बाहर किया जा सकता है.
कबड्डी में अटैक सही और सफल तरीके से करने के लिए बॉडी फ्लेक्सिबिलिटी की बहुत जरूरत है. ये कबड्डी की आवश्यक स्किल है. मोटे तौर पर दो कौशल श्रेणियां हैं जो एक कबड्डी खिलाड़ी को सीखने की जरूरत होती है. पहली आक्रामक शैली और दूसरी रक्षात्मक कौशल शैली. अटैक के समय कानूनी तौर पर पौरों से छुना, पौरों की अंगुली से छुना, किक्स, अपर बॉडी से छुना, जैसी चीजें मान्य है.
कई लोग कबड्डी बस खेल लेते हैं लेकिन उससे जुड़ी जानकारी, रूल्स और गाइडलाइन्स का पालन नहीं करते हैं. अगर आप एक प्रो कबड्डी प्लेयर बनना चाहते हैं तो आपको इस गेम के सारे नियम पता होने चाहिए. कौन से मूव्स मान्य हैं और कौन से अमान्य हैं इनकी बेसिक समझ होनी ही चाहिए.
(प्रस्तुति-अंकित श्वेताभ)