Best Homemade Digestive Churna: गर्मी के मौसम में डाइजेशन बिगाड़ना काफी आम बात होती है. जिसकी वजह से अकसर ही गैस, बदहजमी, ब्लोटिंग और एसिडिटी जैसी दिक्कतों से गुजरना पड़ता है. इसके लिए लोग तमाम तरह की दवाओं का इस्तेमाल भी करते हैं. लेकिन हाइटेक हो चुके इस दौर में दादी-नानी के घरेलू नुस्खों को कम लोग ही अपनाना पसंद करते हैं. जबकि ये पुराने घरेलू नुस्खे (Dadi-nani ke nuskhe) आपकी दिक्कत को मिनटों में गायब कर सकते हैं. तो आइए आज आपको बताते हैं दादी-नानी का ये देसी नुस्खा जो आपके डाइजेशन की परेशानी को दूर करने में मदद कर सकता है.
पाचन को दुरुस्त रखेगा दादी-नानी का ये नुस्खा (Grandmother's Digestive Churna Recipe)
डाइजेशन के लिए घर पर चूर्ण बनाने का तरीका:
चूर्ण बनाने के लिए आप एक चम्मच अजवाइन, दो चुटकी हींग, एक चम्मच जीरा, एक चम्मच सौंफ, एक चम्मच पिसा हुआ काला नमक ले लें. अब गैस पर कड़ाही को गरम करें और सबसे पहले अजवाइन, जीरा और सौंफ को डालकर हल्का सा भून लें. फिर इसमें हींग डालें और इसको भी हल्का सा भून कर गैस को बंद कर दें. फिर इन सब चीजों को अच्छी तरीके से ठंडा करके मिक्सी में पीस कर बारीक पाउडर बना लें. आखिर में इस मिश्रण में पिसा हुआ काला नमक भी एड कर दें. हाजमा दुरुस्त करने के लिए डाइजेस्टिव चूर्ण तैयार है.
डाइजेस्टिव चूर्ण के फायदे:
- घर पर बना ये डाइजेस्टिव चूर्ण कई तरह से आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. हींग में एंटी-बैक्टीरियल व एंटी-वायरल गुण होते हैं, जिसके चलते ये डाइजेशन को बेहतर बनाती है और गैस व ब्लोटिंग को दूर करती है. इसके साथ ही ये पाचन अग्नि में सुधार करती है और भोजन को पचाने में मदद करती है.
- जीरे में एंटी-गैस्ट्रिक गुण मौजूद होते हैं और ये मेटाबॉलिज्म में सुधार करने और वेट लॉस करने में मददगार होता है. इसके साथ ही जीरे में फाइबर भी काफी मात्रा में होता है जो पेट को साफ करने में अच्छी भूमिका निभाता है.
- वहीं अजवाइन की बात करें तो इसमें सक्रिय एंजाइम व थाइमोल होता है, जो गैस्ट्रिक जूस के सीक्रेशन में मददगार साबित होता है.
- इसके साथ ही सौंफ गैस-बदहजमी, अपच व कब्ज को दूर करने का काम करती है. तो काला नमक भी पाचन को दुरुस्त रखने का काम बखूबी करता है.