Hindi Diwas 2022: हर साल 14 सितंबर के दिन भारत में हिंदी दिवस मनाया जाता है, इस दिन को मनाने की शुरुआत साल 1953 से हुए थी जब भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने इस दिन को मनाने का ऐलान किया था. हिंदी दिवस (Hindi Diwas) को मनाने का एक मकसद हिंदी भाषा (Hindi Language) का उद्धार भी है. अब बात करते हैं हिंदी के हमारे जीवन में महत्व की. आपके बच्चे भी हिंदी में लिखते व बात तो करते ही होंगे. लेकिन, ऐसे अनेक बच्चे और कुछ बड़े भी हैं जिनकी हिंदी की लिखावट (Hindi Handwriting) देखकर लगता है जैसे सचमुच कीड़े पड़े हुए हों. अगर आपके बच्चे (Child) की भी हिंदी की लिखावट बहुत ही बुरी है तो कुछ तरीकों से आप उसमें सुधार कर सकते हैं.
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कैसे सुधारें बच्चे की हिंदी की लिखावट | How to improve kid's Hindi handwriting
पेंसिल या पेन पकड़ने का तरीका
बच्चा किस तरह से पेन या पेंसिल पकड़ रहा है इससे भी उसकी लिखावट निश्चित होती है. इस बात का ध्यान दें कि पेंसिल (Pencil) पर बच्चे की ग्रिप रिलैक्स्ड हो. रिलैक्स्ड ग्रिप यानी पेंसिल उसने हल्के से पकड़ी हो जिससे उसके शब्द पूरी तरह अपना आकार पकड़ सकें और अकड़े हुए नजर ना आएं.
लिखावट सुधारने (Handwriting Improvement) का एक जरूरी स्टेप है लाइनें बनाना सीखना. एक पेपर पर बच्चों को सीधी, छोटी-बड़ी, टेढ़ी और लहरदार लाइनें बनाने के लिए दें. इससे उसे हाथों को सही तरह से चलाने की ट्रेनिंग मिलेगी जो उसे अपनी हिंदी की लिखावट सुधारने में भी मदद करेगी.
बच्चों के लिए लिखावट सुधारने के लिए कई तरह की वर्कशीट आती हैं. आप इंटरनेट से हिंदी की वर्कशीट डाउनलोड करके प्रिंटआउट निकलवाकर बच्चों को दे सकते हैं. इस वर्कशीट पर प्रेक्टिस (Practice) करके बच्चों की लेखनी में सुधार होगा.
बच्चों को हिंदी लिखने की प्रेक्टिस के लिए कहें. जितनी प्रेक्टिस होगी उतना ही बच्चों का हाथ भी लिखावट में बैठेगा. अगर बच्चों को प्रेक्टिस करने का मन ना करे तो आप उन्हें कोई अच्छी सी कहानी लिखने के लिए कहें. उनसे उनके मन की बात लिखने के लिए कहें. इससे बच्चे अपनेआप भी लिखने में दिलचस्पी दिखाने लगेंगे.
अक्सर बच्चे हिंदी की पंक्तियां तो लिख लेते हैं लेकिन अगर आप सही तरह से ध्यानकेंद्रित करके देखेंगे तो बच्चों के अक्षर एकदम गलत होते हैं जो सही अक्षर से बिल्कुल भी मेल नहीं खाते. इसलिए बच्चे जिन अक्षरों को गलत लिखते हैं उन्हें वही अक्षर फिर से और ठीक तरह से लिखना सिखाएं.