Yoga To Increase Height: अच्छी हाइट पर्सनालिटी में चार चांद लगा देती है. हालांकि हर व्यक्ति की उसे अपने माता पिता से मिले जेनेटिक (Genetic) गुणों का हाइट पर बहुत असर पड़ता है लेकिन हाइट पर पोषण और एक्सरसाइज का भी असर होता है. हाइट बढ़ाने के पोस्चर और फिजिकल एक्टीविटी (Physical Activities) अहम भूमिका निभा सकती है. यहां तक कि टीन एज के बाद भी कुछ योगासन (Yoga) हाइट बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. आइए जानते हैं कुछ ऐसे योगासन जिनसे हाइट बढ़ाने में मिल सकती है मदद.
लंबाई बढ़ाने वाले योगासन
तड़ासन : तड़ासन करने के लिए सीधे खड़े हो जाए और पैरों के बीच हिप्स जितना फासला रखें. अब हाथों की उंगलियों को एक दूसरे में फंसाकर सांस को अंदर करते हुए दोनों हाथों को सिर के ऊपर की ओर लेकर जाएं. हाथ ऊपर कर लेने के बाद एड़ियों को उठाएं और पंजों पर खड़े होते हुए संतुलन बनाने की कोशिश करें और अपनी बॉडी को ऊपर की ओर खींचे. कुछ समय ऐसे रहे और वापस पुरानी मुद्रा में आ जाए. इसे लंबाई बढ़ाने का सबसे कारगर योग माना जाता है.
त्रियर्क तड़ासन : त्रियर्क तड़ासन करने के लिए सीधे खड़े हो जाए और पैरों के बीच हिप्स जितना फासला रखें. अब हाथों की उंगलियों को एक दूसरे में फंसाकर सांस को अंदर करते हुए दोनों हाथों को सिर के ऊपर की ओर लेकर जाए और कमर के ऊपर की बॉडी को दाई ओर झुकाएं और इस मुद्रा में एक मिलट तक रहे और फिर यही क्रिया बाई ओर करें.
त्रिकोणासन : दोनों पैरों को फैलाकर खड़ हों और हाथों को फैलाकर रखें अब कमर से झ़ुककर दाएं हाथों से दाएं पैर को छूएं और तीन सेकेंड उसी मुद्रा में रहे् अब दूसरे हाथों से बाएं पैर को छूएं. इस आसन में हाथ और पैर मिलकर त्रिकोण बनाते हैं इयीलिए इसे त्रिकोणासन करहते हैं.
हस्तपाद आसन : हस्तपाद आसन करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं और दोनों हाथों को कमर पर रख लें अब सांस खींचते हुए कमर से आगे की तरफ झुकें. अपने हाथों को पैर के पंजे के बगल में जमीन पर रखने की कोशिश करें. छाती और पैर के ऊपर छूता रहेगा. इसी स्थिति में कुछ देर रुके और फिर धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठें और सामान्य होकर खड़े हो जाएं. यह आसन शुरू में करने में परेशानी हो सकती है लेकिन अभ्यास करते रहने से सफलता मिल सकती है.
पश्चिमोत्तानासन : पश्चिमोत्तानासन करने के लिए योगा मैट पैरों को आगे की फैलाकर बैठें. गहरी सांस लेते हुऐ हाथ ऊपर की ओर करें और कमर सीधी कर लें. इसके बाद धीरे-धीरे कमर से आगे की ओर झुकना शुरू करें ध्यान रहे रीढ़ की हड्डी को मुड़ने न दें. प्रयास करे कि आपका चेहरा घुटनों के ऊपर आ जाए. इस आसन को करने के लिए नियमित अभ्यास की जरूरत होती है. इस अवस्था में कुछ देर रहने के बाद फिर शुरुआत वाली मुद्रा में आ जाए और आसन को दुहराएं.