Hanuman Ji Vrat Rules: हिंदू धर्म में हर देवी-देवता का अपना एक खास दिन होता है. हनुमान जी की पूजा के लिए मंगलवार और शनिवार का दिन विशेष रूप से शुभ माना गया है. मंगलवार का व्रत रखने से लाइफ में मानसिक शांति, कॉन्फिडेंस और पॉजिटिव एनर्जी आती है. मान्यता है कि हनुमान जी की कृपा से जिंदगी के सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है. कई भक्त इस दिन फलाहारी व्रत रखते हैं और अपने खानपान, पूजा और ध्यान पर विशेष ध्यान देते हैं. लेकिन सवाल यह आता है कि हनुमान जी के व्रत में क्या खाना चाहिए, कब व्रत खोलना चाहिए. इस आर्टिकल में हम आपको आसान तरीके से सभी जरूरी बातें बताएंगे, जिससे आपका व्रत सही तरीके से पूरा हो.
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हनुमान जी के व्रत में क्या खाना चाहिए?
हनुमान जी के व्रत में फलाहार का चयन काफी महत्वपूर्ण है. इसे फलाहारी और हल्का रखा जाता है, ताकि शरीर और मन दोनों शुद्ध रहें. इस दिन तेल-मसाले और भारी भोजन से बचना चाहिए. फलाहारी भोजन में आप ताजे फल जैसे केला, सेब, पपीता और अमरूद शामिल कर सकते हैं. इसके अलावा सिंघाड़े या कुट्टू के आटे से बनी रोटियां या हल्के पकवान व्रत के लिए सही हैं. व्रत में दूध या दही का सेवन भी शुभ माना जाता है, जो शरीर को ऊर्जा देने के साथ शुद्धता भी बनाए रखता है. हल्की दालें, जैसे मूंग या चना, व्रत में शामिल की जा सकती हैं. इसके साथ गुड़ का सेवन करना भी शुभ होता है.
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हनुमान जी के व्रत में शाम को क्या खाना चाहिए?
हनुमान जी का व्रत आमतौर पर सूर्योदय से सूर्यास्त तक रखा जाता है और शाम के समय ही इसे खोलना शुभ माना जाता है. व्रत खोलते समय भोजन हल्का, सात्विक और पवित्र होना चाहिए.शाम को आप घी में बनी पूरी, बेसन के लड्डू, लौकी की खीर या हलवा खा सकते हैं. इसके अलावा व्रत खोलते समय दूध और फलाहार भी लिया जा सकता है. गुड़ का सेवन करना विशेष लाभकारी माना जाता है. हल्का भोजन न केवल शरीर को पोषण देता है बल्कि हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने में भी मदद करता है.
मंगलवार व्रत कितने बजे खोलना चाहिए?
हनुमान जी का व्रत सूर्योदय से सूर्योदय तक रखा जाता है. व्रत खोलने का सबसे शुभ समय संध्या या सूर्यास्त के बाद माना जाता है. इस समय आप पहले हनुमान जी की आरती और चालीसा पढ़ सकते हैं, फिर हल्का फलाहारी भोजन करें. व्रत खोलने का यह समय शांति और भक्ति के लिए बिल्कुल सही है. इससे न सिर्फ व्रत का धार्मिक महत्व बढ़ता है बल्कि मानसिक शांति और ध्यान में भी मदद मिलती है.
हनुमान जी के व्रत के क्या नियम हैं?
1. हनुमान जी के व्रत के कुछ नियम हैं, जिन्हें पालन करना जरूरी है. सबसे पहले, व्रत में फलाहारी भोजन ही लिया जाना चाहिए. इसमें तेल-मसाले, प्याज और लहसुन का सेवन पूरी तरह से मना है.
2. व्रत के दौरान सफाई और पवित्रता बहुत जरूरी है. शरीर और घर दोनों साफ होने चाहिए. व्रत में सिर्फ शाम को भोजन करें और दिनभर संयम और भक्ति का पालन करें. ब्रह्मचर्य का पालन करना भी शुभ माना गया है.
3. व्रत के दौरान काले और सफेद रंग के कपड़े पहनने से बचें. पूजा के समय हनुमान चालीसा और श्री राम के नाम का जाप करें. यह सभी नियम व्रत को प्रभावशाली और लाभकारी बनाते हैं.
फलाहारी व्रत में क्या खाना चाहिए?
फलाहारी व्रत में दिनभर का फलाहार सिंपल और हल्का होना चाहिए. सुबह के समय आप ताजे फल जैसे केला, पपीता या सेब के साथ हल्का दूध ले सकते हैं. यह शरीर को ऊर्जा देता है और दिन की शुरुआत हल्की और पवित्र बनाता है. दोपहर के समय व्रत में साबुत अनाज और हल्की दाल का सेवन करना शुभ माना जाता है. इसमें रागी, जौ या मूंग दाल जैसी चीजें शामिल की जा सकती हैं, जो पेट को भरती हैं और शरीर को पौष्टिकता भी देती हैं. शाम के समय, जब व्रत खोला जाता है, तब हल्का फलाहारी भोजन लेना चाहिए. इसमें कुट्टू या सिंघाड़े की रोटी के साथ दही शामिल किया जा सकता है. यह न सिर्फ पाचन के लिए अच्छा है, बल्कि व्रत के धार्मिक और सेहत फायदों को भी बढ़ाता है.