Esha Deol ने पीतल के बर्तन में खिचड़ी बनाते हुए दी पोंगल की बधाई, जानिए Peetal में खाना बनाने के क्या हैं फायदे 

Esha Deol की ही तरह आप भी पीतल के बर्तन में खाना बना सकते हैं. पीतल में खाना बनाने से अनेक स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से राहत मिलती है.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
Brass यानि पीतल में खाना बनाना केवल परंपरा भर नहीं है बल्कि इसके अनेक फायदे भी हैं.
नई दिल्ली:

पोंगल के दिन सभी खिचड़ी या कहें पोंगल घर पर जरूर बनाते हैं. इसे सभी के घरों में अलग-अलग तरीके से बनाया जाता है. एक्ट्रेस ईशा देओल के घर पोंगल डिश को पीतल के बर्तन (Brass utensils) में बनाया जाता है. उन्हें ये रेसिपी उनकी दादी ने सिखाई थी और अब वे इसे अपने बच्चों को खिलाना पसंद करती हैं. पोंगल (Pongal) के दिन पीतल के बर्तन में खाना बनाने की दक्षिण भारत में अत्यधिक मान्यता है. इसके पीछे का बड़ा कारण है इससे जुड़े हैल्थ बेनेफिट्स ( Health benefits of brass). इसे सेहत और स्वास्थ दोनों के लिए अच्छा माना जाता है. 

पीतल में खाना बनाने के फायदे| Benefits of making food in Brass/Peetal

- पीतल कॉपर और जिंक को मिलाकर बनाया जाता है. इसमें 70 फीसद कॉपर और 30 फीसद जिंक होता है. आयुर्वेद के अनुसार इससे कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा टल जाता है, जैसे - अनीमिया, हैजा, सूजन आदि. 
- पीतल बालों और स्किन के लिए भी अच्छा होता है.
- इसमें जिंक मौजूद होता है जो खून को साफ करता है.
- रोज पीतल के बर्तन में पानी पीने से शरीर में ताकत और इम्यूनिटी (Immunity) दोनों बढ़ती है. 

- इसमें खाना बनाने से जो तेल निकलता है वो सेहत के लिए अच्छा होता है.
- पीतल में मेलानिन होता है जो इसमें खाना बनाने से खाने में मिल जाता है. ये त्वचा को खतरनाक यूवी रेज से बचाता है. 
- ये श्वास संबंधी समस्याों जैसे अस्थमा के लिए लाभकारी है.
- इसमें बना खाना खाने से पेट में ब्लोटिंग, जलन और एसिडिटी नहीं होती.
- हार्ट बर्न से भी राहत मिलती है. 

इस बात का ध्यान रखें कि इसपर ओक्साइड लेयर बन जाती है, इसलिए इसमें एसिडिक अथवा अमलीय खाद्य पदार्थ जैसे टमाटर, नीबू या विनेगर ना डालें.  

Advertisement
Featured Video Of The Day
Supreme Court on UP Madrasa: UP के मदरसों को बड़ी राहत, सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ?
Topics mentioned in this article