Relationship Tips: पति-पत्नी का रिश्ता प्यार और विश्वास पर टिका बेहद खूबसूरत रिश्ता होता है, लेकिन कई बार समय के साथ हसबैंड वाइफ (Couples) के साथ रहते हुए भी उनसे ज्यादा बात नहीं करते हैं. अधिकतर पत्नियों को अपने पति से यह शिकायत रहती है कि पति घर आने के बाद भी मोबाइल या टीवी मे व्यस्त रहते हैं और उनकी बातों में दिलचस्पी नहीं लेते हैं. साइकोलॉजिस्ट (psychologist) डॉ नेहा मेहता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट drnehaoffical पर इस बारे में वीडियो शेयर किया है. आइए जानते हैं इस समस्या पर डॉ मेहता क्या कहती हैं.
कई बार पति-पत्नी के साथ बैठे तो होते हैं लेकिन ज्यादा बातचीत नहीं करते हैं. पत्नी अगर बात करना चाहे तो हां ना से ज्यादा कुछ नहीं कहते हैं. इसकी शिकायत करने पर उनकी दलील होती है तुम्हारे साथ ही था, अब और क्या चाहती हो.
हसबैंड से सीखिए टेंशन फ्री रहने के फंडे, इमोशनल नहीं प्रैक्टिकल रहना सिखाते हैं पति
अकेलेपन की फीलिंगपति के साथ रहने पर भी कई महिलाओं को अकेलेपन की फीलिंग सताती है. क्योंकि पति साथ होकर भी साथ नहीं होते हैं. वे इमोशनली कनेक्ट नहीं होते हैं. इसके कारण पति पत्नी का रिश्ता प्रभावित होने लगता है.
फिजिकल प्रेजेंस लेकिन मेंटली गायब
ज्यादातर पत्नियों की यही शिकायत होती है कि छुट्टी के दिन भी भले ही पति फिजिकली घर पर प्रेजेंट हों लेकिन उनका मन इधर-उधर लगा रहता है हमारे साथ नहीं होते. ऐसे में पूरा दिन साथ होकर भी साथ महसूस नहीं होता.
डॉ नेहा की सलाह
साइकोलॉजिस्ट डॉ नेहा पतियों को पत्नी और बच्चों के लिए कुछ समय डेडीकेट करने की सलाह देते हुए कहती हैं कि उस समय फिजिकली ही नहीं मेंटली और इमोशनली भी प्रजेंट रहना जरूरी है. परिवार के साथ वक्त बिताने से रिश्ते मजबूत होते हैं और किसी को अकेलेपन की फीलिंग परेशान नहीं करती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)