food for older adults : बुढ़ापा जिंदगी का एक ऐसा पड़ाव है जिसमें कई सारे बदलाव आते हैं. ये बदलाव आपकी डाइट को लेकर भी होते हैं और आपकी लाइफ स्टाइल को लेकर भी. उम्र के इस पड़ाव में एक अच्छी हेल्दी डाइट लेना बेहद जरूरी हो जाता है. खासतौर 65 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए एक हेल्दी डाइट उतना ही जरूरी है जितनी एक हेल्दी लाइफ़स्टाइल. दरअसल इस उम्र के बाद बीमारियां शरीर को बड़ी आसानी से घेरने लगती है. ऐसे में एक ऐज के बाद शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिलना ज्यादा जरूरी हो जाता है. कई बार आपके रोज के भोजन में वो सभी न्यूट्रिएंट्स नहीं मिल पाते जिसकी इस उम्र में जरूरत होती है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे फ़ूड के बारे में जिन्हें 65 साल से ज्यादा की उम्र लोगों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए.
बुज़ुर्गों की डाइट में इन चीजों को जरूर करें शामिल
दही: जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हड्डियां कमजोर होती जाती हैं. इनके प्रभावों का विरोध करने के लिए, कैल्शियम का दैनिक सेवन करना बेहद जरूरी है. दही कैल्शियम के सबसे अच्छे सोर्स में से एक है और इसे डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए. दही सुपरफूड जिंक, विटामिन बी, प्रोबायोटिक्स और विटामिन डी से भी भरपूर होता है.
अंडे: उम्र के साथ साथ प्रोटीन की जरूरतें भी बढ़ती जाती हैं. ऐसे में अंडा एक अच्छा विकल्प हो सकता है. दरअसल अंडे में बहुत अच्छी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है. अंडे में 13 एसेंशियल विटामिन और न्यूट्रिएंट्स होते हैं जिनमें विटामिन डी के साथ-साथ कोलिन भी शामिल है. ये एक मैक्रोन्यूट्रिएंट जो लीवर फंक्शन, नॉर्मल ब्रेन डेवलपमेंट, नर्व फंक्शन, मसल्स मूवमेंट और हेल्दी मेटाबॉलिज़्म को बनाए रखने में मदद करता है.
मछली: प्रोटीन और पॉली सैचुरेटेड फैटी एसिड जैसे ओमेगा 3 का एक पूरा पैकेज है मछली. अगर आप नॉन वेजिटेरियन हैं तो 60 साल की उम्र के बाद आपकी थाली में मछली होना बहुत फायदेमंद हो सकता है. मछली में मौजूद हेल्दी फैट हार्ट डिसीज के जोखिम को कम करता है और हार्ट हेल्थ को बनाए रखता है.
फाइबर: डाइट में फाइबर को शामिल करने से बुजुर्गों को प्रोबायोटिक की सही मात्रा मिलेगी और आंतों और डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक करने में भी मदद मिलेगी. ज्यादा फाइबर इंटेक करने से बॉडी के टॉक्सिंस बाहर निकल जाते हैं. साथ ही इससे पेट भरा हुआ सा लगता है और ज्यादा खाने से आप बच सकते हैं. लहसुन, बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियां और फल जैसे खाद्य पदार्थ फाइबर के बेहतरीन सोर्स हैं.
मल्टीविटामिन: हालांकि एक अच्छी डाइट लेने के बावजूद एक उम्र के बाद भी लोगों को कुछ माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी हो सकती है. इसलिए एक हेल्दी लाइफ़स्टाइल जीने के लिए मल्टीविटामिन या विटामिन सप्लीमेंट्स को भी अपनी डाइट में शामिल किया जाना चाहिए. यह मल्टीविटामिन बुजुर्गों में विटामिन बी12, विटामिन डी, विटामिन सी, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक और सेलेनियम जैसे एसेंशियल माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की डेली रिक्वायरमेंट को पूरी कर सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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