अंकित श्वेताभ: किसी भी पुरुष या महिला के स्किन पर ज्यादातर दाग-धब्बे उनकी डीएनए से आते हैं. लेकिन कुछ ऐसे दाग हैं जो आपकी खराब लाइफस्टाइल (Side effects of Bad Lifestyle) के कारण हो सकते हैं. कई लोगों के चेहरे पर हल्के भूरे रंग या भूरे रंग के दाग हो जाते हैं. इस तरह के स्किन प्रॉबल्म को मेलास्मा (Melasma Skin Problem) कहते हैं. ये स्किन से जुड़ी एक ऐसी स्थिति है जिसमें चेहरे के साथ-साथ गर्दन, कंधे और हाथ से लेकर कोहनी के हिस्से तक भूरे रंग के धब्बे हो जाते हैं. आइए डर्मटॉलॉजिस्ट डॉक्टर विदुषी जैन से जानते हैं क्या हैं मेलास्मा और इसके क्या कारण हो सकते हैं. साथ ही इससे आप कैसे छुटकारा पा सकते हैं.
क्या हैं मेलास्मा | What is Melasma
मेलास्मा स्किन पिग्मेंटेशन है. हालांकि वैज्ञानिकों को अभी तक इस बीमारी के होने के सही कारण (Reasons for Melasma) का पता नहीं है. लेकिन उन्होंने ये माना है कि मेलेनोसाइट्स या मेलेनिन (Melanin) का निर्माण करने वाले सेल्स की गतिविधियां मेलास्मा के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं. ये खास कर गहरे भूरे रंग की त्वचा वाले या टाइट स्किन वाले लोगों में ज्यादा होती हैं. पुरुषों की तुलना में महिलाओं को मेलास्मा होने की संभावना अधिक होती है. यह अक्सर गर्भवती महिलाओं को प्रभावित करता है. ये ठंड के मौसम में अधिक देखने को मिलता है.
मेलास्मा होने के संभावित कारण | Reasons of Melasma
1. एंटीसेज़्योर दवाएं (antiseizure medications):- ऐसी दवाएं जो आपको दौरे पड़ने से रोकती हैं वो मेलास्मा का कारण हो सकती हैं.
2. गर्भनिरोधक चिकित्सा (contraceptive therapy):- मेलास्मा उन व्यक्तियों में देखा गया है जो एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन युक्त मौखिक गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग करते हैं.
3. एस्ट्रोजेन/डायथाइलस्टिलबेस्ट्रोल (estrogen/diethylstilbestrol) :- डायथाइलस्टिलबेस्ट्रोल हार्मोन एस्ट्रोजन का सिंथेटिक रूप है. यह अक्सर प्रोस्टेट कैंसर के उपचार में प्रयोग किया जाता है.
4. जेनेटिक्स (genetics):- कई बार मेलास्मा जेनेटिक भी होता है. अधिकांश समान जुड़वा बच्चों में मेलास्मा होता है.
5. हाइपोथायरायडिज्म (hypothyroidism):- ये एक ऐसी स्थिति जहां आपका थायरॉयड अंडरएक्टिव होता है.
6. एलईडी स्क्रीन (led screen):- लंबे समय तक टेलीविजन, लैपटॉप, फोन या टैबलेट के एलईडी स्क्रीन को देखने से भी मेलास्मा हो सकता है.
7. गर्भावस्था (pregnancy):- विशेषज्ञों का मानना है कि गर्भावस्था के तीसरे तिमाही के दौरान एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्टेरोन और मेलानोसाइट-उत्तेजक हार्मोन के बढ़े हुए स्तर के कारण इस समय मेलास्मा होता है.
8. मेकअप (Makeup):- कुछ मेकअप प्रोडक्ट्स फोटोटॉक्सिक रिएक्शन का कारण बन सकते हैं.
9. साबुन (soap):- कुछ सुगंधित साबुनों को मेलास्मा का कारण या इसके लिए खराब माना जा सकता है.
10. टैनिंग बेड (tanning beds) :- टैनिंग बेड में से निकलने वाली यूवी लाइट आपकी त्वचा को उतना ही नुकसान पहुंचाती है जितना कि सूरज से यूवी लाइट.
ऐसे खत्म करें ये भूरे दाग | How to cure Melasma
ग़ाज़ियाबाद स्थित डर्मालिंक्स की डर्मटॉलॉजिस्ट डॉ विदुषी जैन ने इसके असर कम करने या इससे पूरी तरह छुटकारा पाने के लिए कुछ टिप्स बताएं.
सही डाइट करें फॉलोएक स्वस्थ त्वचा आहार का पालन मेलास्मा के कारकों के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं. साथ ही सही डाइट फॉलो करने से शरीर भी हेल्दी रहता है.
स्ट्रेस लेवल करें कमस्ट्रेस से कई सारी बीमारियों को बढ़ावा मिलता है. अपने तनाव के स्तर को कम करने की कोशिश करें क्योंकि इससे कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है, जो मेलास्मा को खराब कर सकता है.
एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन मेल्समा के प्रभावों का मुकाबला करके मेलास्मा को रोकने में सहायता करते हैं. एंटीऑक्सीडेंट यूवी रेज से होने वाले डैमेज की मरम्मत में भी मदद करते हैं जो मेलास्मा का कारण बनता है.
फोलेट रिच डाइटफोलेट से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने की कोशिश करें. फोलिक एसिड की कमी से गर्भावस्था के दौरान मेलास्मा हो सकता है. फोलेट में उच्च खाद्य पदार्थों में साइट्रस फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, नट और साबुत अनाज शामिल हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.