न्यू मॉम ब्रेस्टफीडिंग जरूर कराएं, सेहत को मिलते हैं अनगित फायदे, जानिए यहां

आज हम आपको यहां पर ब्रेस्टफीडिंग (breast feeding ke fayde kya hain) से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें बताने वाले हैं जिसके बारे में न्यू मॉम के जरूर जानना चाहिए. तो आइए जानते हैं. 

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स्तनपान के लिए समय और प्राइवेसी की जरूरत होती है, जो वर्किंग वूमन को मिलना मुश्किल हो सकता है.

Breastfeeding benefits :  ब्रेस्टफीडिंग न केवल बच्चे के लिए बल्कि मां के स्वास्थ्य को कई लाभ पहुंचाता है, लेकिन जहां स्तनपान कराने वाली महिलाओं के कुछ आकर्षक फायदे हैं, वहीं कुछ सामान्य चुनौतियां भी हैं जिनका सामना करना पड़ता है. ऐसे में आज हम आपको यहां पर ब्रेस्टफीडिंग से जुड़ी कई महत्वपूर्ण (facts about breast feeding) बातें बताने वाले हैं जिसके बारे में न्यू मॉम (New Mom) के जरूर जानना चाहिए. तो आइए जानते हैं. 

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ब्रेस्टफीडिंग के फायदे

1-एक्सपर्ट के अनुसार जो माएं स्तनपान कराती हैं उनमें स्तन कैंसर होने का खतरा कम होता है. स्तनपान कराने से असामान्य कोशिका वृद्धि के जोखिम को कम करने में एक महत्वपूर्ण कारक होता है, जो कैंसर का कारण बन सकता है.

2- ऑक्सीटोसिन, जिसे "लव हार्मोन" कहा जाता है, प्रसव और स्तनपान के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. जब एक मां स्तनपान कराती है, तो उसका शरीर ऑक्सीटोसिन का स्त्राव होता है, जो दो महत्वपूर्ण उद्देश्यों को पूरा करता है. सबसे पहले, यह मां और बच्चे के बीच इमोशनल बॉन्ड को बढ़ाते हैं. दूसरा, गर्भाशय को गर्भावस्था से पहले के आकार में लौटने में मदद मिलती है.

3- स्तनपान प्रसव के बाद बढ़े हुए वजन को कंट्रोल करने में मदद करता है. असल में जब एक मां स्तनपान कराती है, तो उसका शरीर दूध उत्पादन करने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा और कैलोरी खर्च करता है. 

4- स्तनपान कराने से ऑक्सीटोसिन का स्राव खुशी और आराम का अनुभव कराता है. इसके अलावा, स्तनपान कराने वाली माताओं में पोस्टपार्टम डिप्रेशन का जोखिम कम पाया गया है.

ब्रेस्टफीडिंग की चुनौतियां

- वहीं, कुछ माएं अपने बच्चे की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त दूध का उत्पादन ना करने से चिंता में आ जाती हैं, जो उनकी मेंटल हेल्थ पर बुरा असर डालता है. वहीं, ब्रेस्टफीडिंग कराने से निपल्स में कई बार सूजन भी आ जाती है जिसके कारण स्तनपान दर्द भरा होता है. दूध का उत्पादन होने के कारण ब्रेस्ट में भारीपन आ जाता है, जिससे असुविधा होती है बच्चे को फीड कराने में. 

- स्तनपान के लिए समय और प्राइवेसी की जरूरत होती है, जो वर्किंग वूमन को मिलना मुश्किल हो सकता है. आप पब्लिक प्लेस पर स्तनपान नहीं करा सकती हैं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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