Why should hair botox and keratin treatment not be done on hair; बाल किसी भी ब्यूटी में चार चांद लगा देते हैं. बालों की देखभाल का ट्रेंड काफी बढ़ गया है. आजकल ज्यादातर लोग बालों की खूबसूरती फटाफट बढ़ाने के लिए केराटिन और हेयर बोटोक्स जैसे ट्रीटमेंट (Botox and Keratin treatment) करवाते हैं. ये हेयर केयर (Hair care) रूटीन में शामिल हो गए है. इन ट्रीटमेंट से बालों की खूबसूरती बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. इसका काफी अच्छा असर पर्सनालिटी पर नजर आता है. हालांकि इनमें कई तरह के कैमिकल्स और हीट का यूज किए जाने के कारण ये बालों और सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं. अधिकतर मामलों में ट्रीटमेंट का असर कुछ समय के लिए रहता है और बाद में बाल पहले से भी खराब नजर आने लगते हैं. कई हेयर एक्सपर्ट इस बारे में चेतावनी देते रहते हैं. आइए जानते हैं क्या है केराटिन और हेयर बोटोक्स ट्रीटमेंट और इनके साइड इफेक्ट्स (Side effects of Botox and Keratin treatment)…
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बोटोक्स ट्रीटमेंट
हेयर बोटॉक्स एक तरह का एक डीप कंडीशनिंग ट्रीटमेंट होता है. इस ट्रीटमेंट में बालों के आउटर लेयर पर प्रोटीन, विटामिन और एंटी ऑक्सीडेंट्स कोट कर उन्हें सील कर दिया जाता है. यह बालों के लिए यह टेम्पररी सोल्यूशन है और इसका असर 2 से 3 महीनों तक रहता है
केराटिन
केराटिन बालों में पहले से ही मौजूद होता है, जब हेयर पर इस ट्रीटमेंट को किया जाता है तो फार्मेल्डीहाइड जैसे कैमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. इस केमिकल पर कई देशों में बैन लगा है क्योंकि इसे कैंसरजनक माना गया है.
हेयर डैमेज
हेसर ट्रीटमेंट में पोषक तत्वों को बालों पर सील करने के लिए हीट का बहुत ज़्यादा इस्तेमाल किया जाता है. इसके कारण बाल कुछ समय के लिए अच्छे दिखते हैं लेकिन वे अंदर से कमजोर और डैमेज हो जाते हैं. बहुत ज्यादा हीट बालों को बहुत असर डालता है जिससे बाल हमेशा के लिए कमजोर हो सकते हैं. इसके साथ ही कैमिकल्स से भरे होने के कारण ये सेहत पर भी असर कर सकते हैं. इन सभी कारणों से बालों पर बहुत ज्यादा ट्रीटमेंट करवाने से बचना चाहिए.