Piles harmful foods: पाइल्स की बीमारी यानी बवासीर (Piles) ऐसी बीमारी है जिस पर चर्चा करने में आज भी लोग संकोच करते हैं, लेकिन लापरवाही के चलते ये बीमारी काफी दर्दनाक होती है और गंभीर रूप धारण कर लेती है. खराब खानपान और गलत लाइफस्टाइल के चलते आज करोड़ों लोग पाइल्स की बीमारी से परेशान हैं. पाइल्स में इलाज के साथ-साथ परहेज की खास जरूरत होती है. ऐसा खान पान और लाइफस्टाइल काफी मायने रखता है जिसके चलते पेट कब्ज से दूर रहे ताकि पाइल्स ज्यादा दर्दनाक ना हो सके. इसलिए पाइल्स रोगियों को अपने खान पान पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है. चलिए जानते हैं ऐसे फूड्स (Piles harmful foods) के बारे में जिनसे पाइल्स के रोगियों को बिलकुल दूर रहना चाहिए क्योंकि पाइल्स की बीमारी में ये फूड्स जहर की तरह काम करते हैं.
पाइल्स में करें इन चीजों से परहेज/ Foods to avoid in Piles
मसालेदार और तले हुए फूड
तेज मिर्च मसाले वाले भोजन और तले भुने भोजन से पाइल्स रोगियों को खास परहेज करना चाहिए. दरअसल तेज मिर्च वाले फूड्स पाचन को बुरी तरह बिगाड़ देते हैं. इससे ना केवल पाचन तंत्र खराब होता है बल्कि तेज मिर्च मसालों के चलते पाइल्स बहुत ही गंभीर रूप ले सकती है. वहीं ज्यादा तेल वाले फूड्स और फास्ट फूड जैसे पिज्जा, बर्गर, सैंडविच और फ्रेंच फ्राइज जैसे फूड्स शरीर में फैट बढ़ा देते हैं जिससे कब्ज की समस्या होती है और पाइल्स गंभीर स्थिति में पहुंच जाती है.
बेकरी प्रोडक्ट्स से करें तौबा
पाइल्स की बीमारी में बेकरी फूड्स के सेवन से बचना चाहिए. दरअसल बेकरी फूड्स जैसी ब्रेड, केक, पेस्ट्री आदि पचने में काफी समय लेते हैं, जिससे पाचन तंत्र पर काफी जोर पड़ता है और मल त्याग करने में दिक्कत आती है.
कुछ सब्जियां भी करती हैं नुकसान
आलू, शिमला मिर्च, फूलगोभी, पत्तागोभी जैसी सब्जियां पाइल्स में काफी नुकसान करती हैं. इनसे गैस, अपच, अफारा जैसी दिक्कतें होती हैं और पाचन तंत्र कमजोर होता है, इससे पाइल्स में काफी दिक्कत होती है.
चाय और कॉफी
पाइल्स जैसी बीमारी में कैफीन युक्त चाय और कॉफी का सेवन कम से कम करना चाहिए. दरअसल कैफीन के ज्यादा उपयोग से शरीर में पानी की कमी होती है और इससे मल त्याग में दिक्कत होती है. इस स्थिति में पाइल्स गंभीर हो जाती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.