uric acid treatment : इन 5 फूड्स को खाने की थाली से करें बाय बाय, यूरिक एसिड होगा शरीर से बाहर

what level of uric acid is dangerous : शरीर में यूरिक एसिड का इससे ज्यादा लेवल होना खतरनाक हो सकता है. इसलिए यूरिक एसिड को संतुलित रखने वाला आहार डाइट में शामिल करना जरूरी होता है. आपको बताते हैं वो खाद्य पदार्थ जिन्हें खाने से यूरिक एसिड बढ़ता है.

Advertisement
Read Time: 23 mins
u

How To Control Uric Acid: यूरिक एसिड एक ऐसा तत्व है जो सभी की बॉडी में बनता है. ये संतुलित मात्रा में बनता है तो शरीर की जरूरत के अनुसार किडनी (Kidney) इस पर कंट्रोल रखती है. जरूरत से ज्यादा  यूरिक एसिड होने पर किडनी उसे फिल्टर कर शरीर से बाहर भी कर देती है. एक आम महिला में यूरिक एसिड की नॉर्मल मात्रा 2.4 से लेकर 6.0 mg/dL मानी जाती है. पुरुषों में इसकी नॉर्मल रेंज 3.4 से 7.0 mg/dL मानी जाती है. शरीर में यूरिक  एसिड (Uric Acid) का इससे ज्यादा लेवल होना खतरनाक हो सकता है. इसलिए यूरिक एसिड को संतुलित रखने वाला आहार डाइट में शामिल करना जरूरी होता है. आपको बताते हैं वो खाद्य पदार्थ जिन्हें खाने से यूरिक एसिड बढ़ता है इसलिए उन्हें अपनी थाली से हटा देना या कम रखना ही फायदेमंद होता है.

इन पांच खानों को दूर कर यूरिक एसिड को करें संतुलित | Avoid These 5 Foods To Balance Uric Acid

प्यूरीन डाइट से रहें दूर

जिन लोगों का यूरिक एसिड बढ़ रहा हो या उसके बढ़ने का डर हो उन्हें ऐसे खाने से दूर रहना चाहिए जिसमें प्यूरीन ज्यादा होता है. गोभी, मशरूम, राजमा, सूखे मटर, ज्यादा फैट वाले दूध में प्यूरीन ज्यादा पाया जाता है.

मीठा कम खाएं

अपनी डाइट से मीठे की मात्रा भी कम कर दें. मीठे की वजह से भी यूरिक एसिड ज्यादा बन सकता है. मीठे ड्रिंक्स, सोडा, ज्यादा मीठे फल कम खाएं या बिलकुल ही अवॉइड करें.

Advertisement

नॉनवेज कम खाएं

जिनके शरीर में यूरिक एसिड आसानी से बढ़ता है, उन लोगों को नॉनवेज भी कम या बिल्कुल नहीं खाना चाहिए. खासतौर से सी फूड खाने से बचना चाहिए.

Advertisement

अल्कोहल से दूरी

अल्कोहल यानी की शराब का सेवन जितना ज्यादा होगा शरीर को उतनी ही तकलीफ होगी. शराब शरीर को डिहाइड्रेट करती है. जिसकी वजह से किडनी की फंक्शनिंग में परेशानी होती है और यूरिक एसिड को फिल्टर करना मुश्किल होता है.

Advertisement

स्ट्रेस से दूरी

खाने के साथ साथ स्ट्रेस से दूर रहना भी जरूरी है. स्ट्रेस का असर पूरे शरीर की कार्यप्रणाली पर पड़ता है. जिसके बुरे नतीजे सेहत पर दिखाई देते हैं.

Advertisement

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

Featured Video Of The Day
Bihar Land Survey: बिहार में ज़मीन के सर्वे को लेके किसान क्यों परेशान हैं? | Zameen Survey ki ABCD