Solar Eclipse 2025: ग्रहण एक खगोलीय घटना होती है जिसका विशेष धार्मिक महत्व भी माना जाता है. सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीज से होकर गुजरता है. सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) कई अलग-अलग प्रकार के होते हैं. सूर्य का प्रकाश कितना और किस तरह से ढक रहा है इससे ग्रहण का प्रकार निर्धारित होता है. ऐसे में कहा जा रहा है कि आज पूर्ण सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse) लगने जा रहा है. सोशल मीडिया पर भी यह दावा किया जा रहा है कि आज 2 अगस्त, 2025 के दिन सदी का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण लगने वाला है. लेकिन, सदी का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण 2 अगस्त के दिन तो लगेगा लेकिन साल आज का नहीं होगा.
कब लगेगा सदी का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण | Surya Grahan Kab Lagega
NASA के अनुसार, आज 2 अगस्त के दिन सूर्य ग्रहण नहीं लगेगा बल्कि यह ग्रहण 2 अगस्त, 2027 में लगने जा रहा है. इसे ही सदी का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण (Eclipse Of The Century) कहा जा रहा है. 2 अगस्त के दिन लगने वाला ग्रहण पूर्ण ग्रहण होगा जिसमें चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य के प्रकाश को ढक लेगा. यह ग्रहण इसलिए खास होगा क्योंकि इसमें सूर्य 6 मिनट और 23 सेकंड तक पूरी तरह अंधकारमय होगा. आमतौर पर 2 से 4 मिनट तक ही पूर्ण सूर्य ग्रहण लगता है. ऐसे में 6 मिनट से ज्यादा की अवधि एक विशिष्ट खगोलीय घटना है. संसार के जिन-जिन हिस्सों से इस पूर्ण सूर्य ग्रहण को देखा जा सकेगा वहां कुछ मिनटों के लिए अंधेरा छा जाएगा.
2 अगस्त, 2027 के दिन लगने वाले सूर्य ग्रहण पर चंद्रमा पूरी तरह सूर्य को ढक लेगा. इस दिन पृथ्वी अपने अफेलियन (Aphelion) पॉइंट के करीब होगी, यह वह बिंदु है जहां से पृथ्वी सूर्य से सबसे दूर होती है. अपने अफेलियन से पृथ्वी के करीब होने पर चंद्रमा के लिए लंबे समय तक सूर्य को ढकना आसान होगा. चंद्रमा भी इस दिन अपनी पेरिजी (Perigee) के पास होगा जोकि चंद्रमा की पृथ्वी से निकटतम दूरी है. इससे चंद्रमा आकाश में अपने आकार से थोड़ा बड़ा नजर आएगा.
2 अगस्त साल 2027 में लग रहे इस पूर्ण सूर्य ग्रहण को पूरी तरह से स्पेन, जिब्राल्टर, अलजीरिया, मोरक्को, ट्यूनिशिया, लिब्या, साउदी अरब, येमेन, सुडान, मिस्त्र और सोमालिया से देखा जा सकता है. इसके साथ ही ग्रहण का आंशिक हिस्सा (Partial Solar Eclipse) अफ्रीका, यूरोप और दक्षिणी एशिया से नजर आएगा.
भारत (India) से पूर्ण सूर्य ग्रहण नजर नहीं आएगा लेकिन आंशिक सूर्य ग्रहण देखा जा सकता है. राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और गोआ से विजिबिलिटी अच्छी होगी. भारतीय समयानुसार इस सूर्य ग्रहण का समय शाम 4 बजे से 6 बजे के बीच होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)