Alia Bhatt की ननद रिद्धिमा कपूर साहनी आखिर कैसे रहती हैं इतनी फिट, इस आसन में छिपा है उनकी फिटनेस राज

Riddhima Kapoor Sahni: अपने लुक्स के साथ-साथ रिद्धिमा फिटनेस के लिए भी जानी जाती हैं. रनबीर कपूर की बहन के इतने फिट होने का राज आप भी जान लीजिए.

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Riddhima Kapoor Sahni योगा से खुद को फिट रखती हैं.

Fitness: ऋषि कपूर की बेटी और रणबीर कपूर की बहन रिद्धिमा कपूर साहनी (Riddhima Kapoor Sahni) भले फिल्मों में कभी नजर न आई हों लेकिन उनके पब्लिक अपीयरेंस और सोशल मीडिया प्रेजेंस की वजह से वे सुर्खियों में बनी रहती हैं. सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग रिद्धिमा को फॉलो करते हैं. आलिया भट्ट (Alia Bhatt) की तरह ही उनकी ननद भी एक फिटनेस फ्रीक हैं. सोशल मीडिया पर भी अक्सर रिद्धिमा योगा करते हुए फोटोज और वीडियोज पोस्ट किया करती हैं. रिद्धिमा हर दिन वर्कआउट कर खुद को फिट रखती हैं. आलिया और रणबीर की शादी में लहंगे में उनके परफेक्ट लुक और पोस्ट वेडिंग पार्टी में ब्लैक वेस्टर्न आउटफिट में उनकी फिटनेस को लेकर काफी चर्चा हो रही थी. 


रिद्धिमा ने हाल ने रिवर्स प्रार्थना मुद्रा (Reverse Prayer Pose) या पश्चिम नमस्कार आसन करते हुए एक पोस्ट शेयर किया था. इस आसन को विपरीत नमस्कार आसन के नाम से भी जाना जाता है. इससे शरीर में लचीलापन बढ़ता है. यह एक परफेक्ट स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी है. आप भी रिद्धिमा की तरह 40 से अधिक की उम्र में भी खुद को बिल्कुल फिट और एनर्जेटिक रखना चाहती हैं तो इस योगासन (Yogasana) को जरूर ट्राई करें. आइए इस आसन को करने के सही तरीके और फायदों के बारे में जान लेते हैं.

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 रिवर्स प्रार्थना मुद्रा या पश्चिम नमस्कारासन करने का तरीका
  • इस आसन को करने के लिए पैरों के बीच थोड़ा सा गैप बनाकर सीधे खड़े हो जाएं.
  • अपने हाथों को नीचे की तरफ रखें और ढीला छोड़ दें.
  •  इसके बाद अब अपने घुटनों को थोड़ा मोड़ना है और दोनों हाथों को पीछे की ओर ले जाना है.
  • पीछे की ओर ले जाकर अब धीरे-धीरे दोनों हाथों को जोड़ने की कोशिश करनी है.
  • इस दौरान गहरी सांस लें और कलाई को मोड़ते हुए हाथों की उंगलियों को रीढ़ से सटाएं.
  • अब हथेलियों को आपस में नमस्कार मुद्रा में जोड़ें.
  • इस पोजीशन में आने के बाद थोड़ी देर के लिए आंखों को बंद कर लें.
  • 25 से 30 सेकंड तक इस मुद्रा में खड़े रहे.
  • फिर अपनी आंखों को खोलें धीरे-धीरे विश्राम मुद्रा में आ जाएं.  

 रिवर्स प्रार्थना मुद्रा के फायदे
  • इससे तनाव कम होता है और मन को शांति मिलती है.
  • इसे करने से बैकबोन की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है.
  • यह मुद्रा अपर बॉडी को मजबूती देती है.
  • इस योगासन से चेस्ट को खोलने के साथ ही श्वास और मेटाबॉलिज्‍म में सुधार होता है.
  • इसे करने से पाचन भी बेहतर होता है.
  • यह आसन कंधों के साथ ही कलाइयों को मजबूती देता है.



 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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