Chinese Garlic: हेल्थ के नजरिए से लहसुन खाने के सैंकड़ों फायदे हैं. हर किसी के किचन में लहसुन होता है, लेकिन जानकर हैरानी होगी कि आपके किचन में नकली लहसुन पहुंच रहा है. जी हां, हम बात कर रहे हैं चाइनीज लहसुन की, जिसे भारत में 2014 में बैन कर दिया था. चाइनीज लहसुन सिंथेटिक है, केमिकल्स से बना है. चाइनीज लहसुन की जांच कर उत्तर प्रदेश के एक शख्स ने इसे कोर्ट में घसीटा है. इस शख्स ने लोगों की हेल्थ को देखते हुए एक जनहित याचिका दायर की है, जिस पर आज सुनवाई होनी है. अगर आपको भी किसी तरह का संदेह हो तो हम आपको देसी लहसुन की पहचान बताने जा रहे हैं.
देसी लहसुन की पहचान कैसे करें? (How to identify Desi Garlic)
साइज चेक करें (Go on Size)
जब कभी भी बाजार में लहसुन खरीदें तो, ये देख लें कि लहसुन की गांठ का साइज ओवर ना हो, वो इसलिए क्योंकि चाइनीज लहसुन, देसी लहसुन के मुकाबले बड़ा होता है.
बारीक कलियां (Fine Buds)
देसी लहसुन की पहचान यह भी होती है कि उसकी एक-एक कलियां छोटी और पतली होती हैं. दूसरी तरफ चाइनीज लहसुन की कलियां मोटी और खिली हुई होती हैं.
रंग में डिफ्रेंट (Diffrent in Colour)
चाइनीज लहसुन कैमिकल वाला होता है और इसे सिंथेटिक प्रक्रिया के जरिए एकदम सफेद कर दिया जाता है और यह दूध की तरह चमकता है, लेकिन देसी लहसुन का रंग क्रीम होता है और उसमें थोड़ा पीलापन नजर आता है.
छीलने में आसान (Easy to peel)
चाइनीज लहसुन को छीलने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ती है. यह हाथ में लेते ही बड़ी आसानी से छिल जाता है. वहीं, देसी लहसुन को छीलने में नानी याद आ जाती है.
सख्त और कड़कपन (Hard and Harsh)
चाइनीज लहसुन सख्त और कड़क होता है, जिसे कूटने में दिक्कत होती है. वहीं, देसी लहसुन मुलायम होता है और उसे छीलने के दौरान थोड़ा-थोड़ा रस भी निकलता है.
चाइनीज लहसुन कैसे हानिकारक? (How harmful is Chinese Garlic?)
चाइनीज लहसुन, जो कि केमिकल युक्त होता है, इससे संक्रमण, छाले और पेट की बीमरियां होने लगती है. इसका असर किडनी पर भी पड़ता है. गौरतलब है कि चाइनीज लहसुन भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश से आ रहा है. वहीं, कहा जा रहा है कि दिल्ली में भी इसके चोरी छिपे गोदाम खुले हुए हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.