Scholarship vs Fellowship: स्कॉलरशिप और फैलोशिप दो ऐसे शब्द है, जो पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स अक्सर सुनते रहते हैं और इसको यूटिलाइज करना चाहते हैं. लेकिन, कई बार लोग स्कॉलरशिप और फैलोशिप को एक जैसा समझ लेते हैं, लेकिन ये दोनों अलग हैं और उसका इस्तेमाल भी अलग-अलग तरीके से किया जाता है. स्कॉलरशिप पढ़ाई में मदद करती है, तो वहीं फैलोशिप रिसर्च और हायर एजुकेशन के लिए होती है. आइए आपको बताते हैं स्कॉलरशिप किसके लिए होती है और फैलोशिप किसके लिए होती है, साथ ही आप इसका यूज कैसे कर सकते हैं.
स्कॉलरशिप
स्कॉलरशिप को छात्रवृत्ति भी कहा जाता है, ये उन स्टूडेंट्स को दी जाती है जो स्कूल कॉलेज या यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करते हैं और अच्छे मार्क्स लाकर मेरिट में आते हैं. स्कॉलरशिप आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को भी दी जाती है. कई स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में ST, SC, OBS या अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों के लिए भी स्कॉलरशिप तय की जाती है.
फैलोशिप
फैलोशिप उन स्टूडेंट को दी जाती है, जो रिसर्च, पीएचडी या फिर एडवांस पढ़ाई करना चाहते हैं, इसमें केवल पढ़ाई का खर्चा ही नहीं उठाया जाता बल्कि स्टूडेंट को स्टाइपेंड यानी की मासिक भत्ते के रूप में कुछ पैसे भी दिए जाते हैं, ताकि रिसर्च के साथ वो अपना खर्चा भी उठा सकें. फैलोशिप का मकसद स्टूडेंट्स को बढ़ावा देना है, ताकि वो नए आइडिया और खोज कर सकें.
फैलोशिप और स्कॉलरशिप में अंतर
स्कॉलरशिप पढ़ाई के दौरान खर्च में मदद करती है, ये ज्यादातर बैचलर्स और मास्टर्स लेवल पर ये दी जाती है. जबकि, फैलोशिप पढ़ाई से आगे बढ़कर रिसर्च और पीएचडी लेवल पर सपोर्ट करती है. आसान शब्दों में कहा जा सकता है कि शुरुआती स्टेज में स्कॉलरशिप और आगे बढ़ने और रिसर्च करने के लिए फैलोशिप की जरूरत पड़ती है.
इसके लिए कौन सी बेहतर
अगर आप स्कूल या कॉलेज में पढ़ते हैं और फीस चुकाना मुश्किल हो रहा है, तो आपके लिए स्कॉलरशिप बेहतर होगी. आप अच्छे अंक लाकर स्कॉलरशिप पा सकते हैं या फिर जाति या अल्पसंख्यक वर्ग के आधार पर भी स्कॉलरशिप ली जा सकती है. वहीं, अगर आप रिसर्च करना चाहते हैं, नए सब्जेक्ट को गहराई से जानना चाहते हैं, तो फैलोशिप एक बेस्ट ऑप्शन है.