सीवी, रिज्यूमे और बायोडाटा? जानिए जॉब के लिए क्या है जरूरी और सही

आपको चाहें जॉब का एक्सपीरियंस है या नहीं, लेकिन आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि सीवी, रेज्यूमे और बायोडाटा में अंतर क्या होता है.

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जॉब के लिए सीवी, रेज्यूमे और बायोडाटा में क्या जरूरी होता है.
नई दिल्ली:

जब भी आप किसी जॉब के लिए अप्लाई करते हैं तो सबसे पहले आपसे आपकी पढ़ाई, आपकी स्किल्स और आपकी पसंद और आपकी स्ट्रेन्थ जैसी तमाम चीजें पूछी जाती हैं. इन तमाम बातों को सभी लोग एक दस्तावेज की तरह पेश करते हैं. कोई इसे सीवी कहता है तो कुछ लोग रिज्यूमे भी कहते हैं, वहीं कई बार इसे बायोडाटा भी कहा जाता है. लेकिन इन तीनों में क्या सही है आज हम आपको ये बता रहे हैं.  

बायोडाटा (Bio-Data)
बायोडाटा वो डॉक्यूमेंट होता है, जिसमें आपकी निजी जानकारियां शामिल होती हैं. यानी आपका नाम, आपकी जन्म-तिथि, आपका जेंडर, धर्म, पता आदि. यानी बायोडाटा किसी भी व्यक्ति का हो सकता है चाहे वो एजुकेटेड हो या नहीं. चाहे वो जॉब के लिए अप्लाई कर रहा हो या नहीं. आमतौर पर फ्रेशर्स से इसकी मांग की जाती है. उदाहरण के तौर पर कई नौकरियां ऐसी होती हैं जिसमें पढ़ा-लिखा होना जरूरी नहीं होता है. ऐसी नौकरी के लिए बायोडाटा मांगा जाता है. या कई बार नौकरी के अलावा भी ऐसी जरूरत पड़ती है जहां निजी जानकारियां मांगी जाती हैं, वहां इसका इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा कुछ कंपनियां भी सीवी या रेज्यूमे की जगह बायोडाटा मांग लेती हैं. 

रिज्यूमे (Resume)
रिज्यूमे एक या दो पेज का होता है. इसमें वो तमाम जानकारियां देनी होती हैं, जो किसी भी जॉब के लिए मांगी गई हों. रिज्यूमे में सिर्फ वही वर्क एक्सपीरियंस या स्किल्स की जानकारी दी जाती है जो जॉब से रिलेटेड होती हैं. इसके साथ ही रिज्यूमे में पिछले जॉब की कुछ उपलब्धियां भी हाइलाइट की जाती हैं.

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सीवी (CV)
सीवी एक ऐसा डॉक्यूमेंट होता है जिसमें करियर से जुड़ी सभी जानकारियां विस्तार से दी जाती हैं. इसमें उम्मीदवार की उपलब्धियां और अवार्ड समेत तमाम वो जानकारियां होती हैं जो करियर हासिल की गई हैं. इसीलिए सीवी को हमेशा अपडेट करते रहना चाहिए. कुछ देशों में सीवी का इस्तेमाल सिर्फ तभी किया जाता है जब किसी रिसर्च या अकेडमिक पोजिशन के लिए अप्लाई करना हो. सीवी कितना बड़ा हो, इसके लिए कोई नियम नहीं है. ये 2 से 8 पेज के बीच भी हो सकता है. 

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यानी अगर आपके पास शिक्षा या जॉब की कोई जानकारी देने के लिए नहीं है और आप फिर भी इंटर्नशिप या नौकरी के लिए अप्लाई करते हैं तो ऐसे लोगों को बायोडाटा देना होता है. सामान्य तौर पर जो लोग जॉब के लिये अप्लाई करते हैं वो जो डाक्यूमेंट पेश करते हैं वो रिज्यूमे होता है, हालांकि इसमें भी बायोडाटा से जुड़ी जानकारियां शामिल होती हैं. रिज्यूमे का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है.

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