UPSC Age Limit: क्या बदल जाएगी यूपीएससी एग्जाम देने की उम्र?

UPSC Age Limit: यूपीएससी चेयरमैन ने साफ किया कि IAS परीक्षा में उम्र सीमा और अटेम्प्ट संख्या में कोई बदलाव नहीं है. उन्होंने कहा कि कोचिंग अनिवार्य नहीं है और डिजिलॉकर के जरिए दस्तावेज जमा किए जाएंगे. धोखाधड़ी या फर्जी प्रमाण पत्र का इस्तेमाल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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नई दिल्ली:

UPSC Exam Age Limit: अगर आप यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए बड़ी खबर है. संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अजय कुमार ने उम्मीदवारों के लिए साफ संदेश दिया है कि IAS परीक्षा में आयु सीमा या अटेम्प्ट संख्या में कोई बदलाव नहीं होगा. उन्होंने कहा, 'अटेम्प्ट बढ़ाने या कम करने की कई बातें हो रही हैं, लेकिन फिलहाल हमारे पास ऐसा कोई प्रस्ताव या विचार नहीं है.' इसका मतलब है कि उम्मीदवारों को मौजूदा नियमों के अनुसार ही तैयारी करनी होगी.

UPSC चेयरमैन ने क्या कहा

अजय कुमार ने कहा कि सर्टिफिकेशन के वेरिफिकेशन के लिए आयोग डिजिलॉकर का इस्तेमाल करेगा. इसका फायदा यह है कि दस्तावेज ऑनलाइन और सेफ तरीके से जमा किए जा सकेंगे. उन्होंने कोचिंग के महत्व पर भी बात की और कहा, 'सिविल सेवा परीक्षा में सफलता के लिए कोचिंग अनिवार्य नहीं है. मेहनत और सही रणनीति ही सबसे जरूरी है.'

परीक्षा की तैयारी आपकी स्ट्रैटजी पर ज्यादा

उन्होंने यह भी बताया कि सिविल सेवा परीक्षा में इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले छात्रों में भी ज्यादातर लोग मानविकी या गैर-इंजीनियरिंग विषय चुनते हैं. इसका मतलब यह है कि परीक्षा का फोकस सिर्फ आपके बैकग्राउंड पर नहीं, बल्कि आपकी तैयारी, सोच और समझ पर है.

धोखाधड़ी पर सख्त चेतावनी

UPSC प्रमुख ने साफ किया कि कोई भी फर्जी प्रमाण पत्र, जन्मतिथि में हेरफेर या नकल बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है. UPSC के नियम में धोखाधड़ी के लिए कोई छूट नहीं है. उन्होंने बताया कि पूजा खेडकर के मामले में सख्त कार्रवाई हुई थी. खेडकर ने गलत तरीके से OBC और दिव्यांग आरक्षण का फायदा लिया, जिसके चलते उन्हें IAS से बर्खास्त किया गया. उन्होंने चेतावनी दी, 'अगर कोई धोखाधड़ी करता है, तो आपराधिक केस दर्ज होता है और कड़ी कार्रवाई होती है. परीक्षा में नियमों का पालन हर उम्मीदवार के लिए अनिवार्य है.'

अब परीक्षा केंद्रों पर ज्यादा सख्ती

यूपीएससी चेयरमैन (UPSC Exam) ने यह भी बताया कि अब परीक्षा केंद्र में प्रवेश के लिए चेहरे की पहचान (Facial Recognition) सिस्टम लागू की गई है. इसका मतलब है कि परीक्षा में किसी तरह की गड़बड़ी करना अब और भी मुश्किल हो गया है. ऐसे में उम्मीदवारों को सिर्फ ईमानदारी से परीक्षा में शामिल होना चाहिए.

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