SSC GD 2018: पैरों में छाले हैं, हाथ में तिरंगा ... 45 डिग्री की गर्मी में नागपुर से 50 से ज्यादा युवा दिल्ली की ओर चल पड़े हैं. दरअसल, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में सिपाही भर्ती होने के लिए एसएससी जीडी 2018 (SSC GD 2018) की परीक्षा पास कर चुके हजारों उम्मीदवार पैदल ही नागपुर से दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं. केंद्रीय अर्धसैनिक बल में करीब 5 हजार पदों पर भर्ती नहीं किए जाने से ये उम्मीदवार नाराज है और पैदल चलते-चलते नागपुर से मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर पहुंच गए हैं. इसमें शामिल 50 युवक और 6 महिला उम्मीदवारों का कहना है कि वो पूरी प्रक्रिया में पास हैं, लेकिन भर्ती नहीं हो रही है.
2018 में अर्धसैनिक बलों के लिए स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने 60210 पदों पर भर्ती निकाली थी, जिस पर सिर्फ 55913 उम्मीदवारों को ही नियुक्ति दी गई. इस भर्ती परीक्षा के नतीजे 2019 में जारी किए गए, 2020 में उम्मीदवारों का मेडिकल भी हुआ, लेकिन करीब 5000 उम्मीदवार जो मेडिकल फिट भी थे, उन्हें नियुक्ति नहीं मिली.
बता दें कि स्टाफ सिलेक्शन कमीशन कांस्टेबल (जीडी) 2018 से अर्धसैनिक बलों में 60210 पदों पर भर्ती होनी थी. पांच हजार से ज्यादा उम्मीदवारों की नियुक्ति भी हुई, लेकिन परीक्षा पास करने के बाद भी कईयों को ज्वाइनिंग नहीं मिली. केंद्रीय सशस्त्र बलों में 73219 पद खाली हैं. अपनी मांग को लेकर ये युवा 45 डिग्री की तपती गर्मी में रोज 30-35 किमी. पैदल चल रहे हैं.
नौकरी की मांग करते हुए इन उम्मीदवार ने पहले दिल्ली में धरना दिया फिर नागपुर में आमरण अनशन किया था और अब दिल्ली जाकर विरोध दर्ज कराना चाहते हैं. इन उम्मीदवारों ने एक खास तरह का टीशर्ट पहन रखा है, जिसपर लिखा है 'वर्दी दो या अर्थी दो'
इस भीषण गर्मी में ये उम्मीदवार रोज 30-35 किलोमीटर का फासला पैदल तय कर रहे हैं, जहां जो मिलता है खा लेते हैं. सोमवार को चलते-चलते एक उम्मीदवार बेहोश भी हो गया. इन बच्चों का मामला संसद में भी गूंजा, लेकिन सरकार ने कह दिया कि बाक़ी रह गईं भर्तियों को अगले साल 20121 में होने वाली 25272 भर्तियों में समाहित कर दिया गया, जिसकी अधिसूचना जारी कर परीक्षा करा ली गई है, लेकिन ये चयनित उम्मीदवार इसे अन्याय बताकर विरोध कर रहे हैं.