बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly elections 2020) के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने इस चुनाव को 'अंतिम चुनाव' बताया. नीतीश कुमार की इस टिप्पणी के बाद विरोधी दलों ने उन पर चुनाव में हार स्वीकार करने का आरोप लगाना शुरू कर दिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने गुरुवार को दावा किया कि नीतीश कुमार ने यह बात कहकर विधानसभा चुनाव में अपनी हार स्वीकार कर ली है. उन्होंने आरोप लगाया कि 'अंतिम चुनाव' वाली चाल नाकामियों पर दया की याचिका है.
चिदंबरम ने अपने ट्वीट में लिखा, "जब नीतीश कुमार ने घोषणा की कि यह उनका 'अंतिम चुनाव' होगा, तो उन्होंने प्रभावी रूप से हार मान ली. 'अंतिम चुनाव' वाली चाल उनके प्रदर्शन के आधार पर समर्थन की अपील नहीं है, बल्कि उनके नाकामियों पर दया की याचिका है." उन्होंने कहा, "बिहार के लोग एक ऐसे व्यक्ति को वोट क्यों दें, जो यदि चुना गया तो पहले दिन से ही सुस्त हो जाएगा?"
इससे पहले, कांग्रेस ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से मौजूदा विधानसभा चुनाव को अपना अंतिम चुनाव बताए जाने के बाद दावा किया कि नीतीश ने ‘रिटायरमेंट' की घोषणा करके भाजपा-जद(यू) गठबंधन की हार को स्वीकार कर लिया है. पार्टी महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बिहार का चुनाव भविष्य की राजनीति का भाग्य बदलने वाला है.
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गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में हो रहा विधानसभा चुनाव उनका अंतिम चुनाव है. पूर्णिया के धमदाहा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘ आज चुनाव प्रचार का अंतिम दिन है. परसों मतदान है और यह मेरा अंतिम चुनाव है. अंत भला तो सब भला.''