कांग्रेस (Congress) की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) की राष्ट्रीय प्रभारी और कांग्रेस की संयुक्त सचिव रुचि गुप्ता (Ruchi Gupta) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनका इस्तीफा ऐसे वक्त में आया है, जब कांग्रेस नए अध्यक्ष का चुनाव करने समेत कई अहम मुद्दों पर बड़ी बैठक कर रही है. गुप्ता को राहुल गांधी का करीबी माना जाता रहा है. व्हाटसएप से भेजे गए अपने इस्तीफे में गुप्ता ने सांगठनिक बदलाव में देरी का आरोप लगाया है.
रुचि गुप्ता के इस्तीफे ने कांग्रेस की उस मुहिम को धक्का पहुंचाया है, जिसमें सोनिया गांधी असंतुष्ट नेताओं से मुलाकात कर पार्टी के अंदर आंतरिक मतभेदों को दूर करने की कोशिशों में जुटी हैं. साथ ही पार्टी के अंदर सांगठनिक चुनाव को लेकर चर्चा कर रही हैं.
रूचि गुप्ता NSUI की प्रमुख सचिव थीं. रिपोर्टों के अनुसार, उन्होंने एक व्हाट्सएप संदेश में कहा कि संगठनात्मक बदलाव लाने में महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा "निरंतर देरी" करना पार्टी को नुकसान पहुंचा रहा है. उन्होंने ट्वीट किया, "मुझे खेद के साथ यह घोषणा करना पड़ रहै है कि मैंने इस्तीफा दे दिया है. मुझे सेवा करने का मौका देने के लिए मैं राहुल जी और सोनिया जी (राहुल गांधी और सोनिया गांधी) की आभारी हूं."
गुप्ता ने पद छोड़ने से पहले 'द हिंदू' में एक आलेख लिखा है, जिसमें उन्होंने लिखा है, "कांग्रेस को पार्टी संगठन से जुड़े मुद्दों को सुलझाने, जमीनी स्तर से जुड़ने और "शीर्ष से लेकर निचले स्तर तक मजबूत नेतृत्व" स्थापित करने की आवश्यकता है." गुप्ता ने लिखा है कि राहुल गांधी ही कांग्रेस को संभाल सकते हैं और नेतृत्व कर सकते हैं.
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इस बीच राहुल गांधी ने भी आज की बैठक में संकेत दिए हैं कि वो दोबारा पार्टी का अध्यक्ष पद संभाल सकते हैं. कांग्रेस नेताओं की आज 10 जनपथ पर अहम बैठक हुई. इस बैठक में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए. पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के साथ हुई इस बैठक में अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, बीएस हुड्डा, अंबिका सोनी और पी चिदंबरम शामिल रहे.