असम : पत्रकार की बिजली के खंभे से बांधकर पिटाई, जुआरियों के रैकेट पर की थी रिपोर्टिंग

फुटेज में असम के बड़े दैनिक अखबार प्रतिदिन के पत्रकार मिलन महंता हैं, जो करुप जिले से आते हैं. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि उनके हाथ खंभे से बांध दिए गए हैं और पांच व्यक्ति उन पर हमला कर रहे हैं.

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मिलन महंता ने दीवाली से पहले जुआरियों के रैकेट पर एक सीरीज की थी.
गुवाहाटी:

असम के एक पत्रकार  (Assam Journalist thrashed) को एक खंभे से बांधकर उसकी पिटाई करने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आने से पूरी मीडिया कम्युनिटी हैरान है. इस घटना के कुछ फुटेज सामने आए थे, जिसमें देखा जा सकता है कि इस पत्रकार को एक बिजली के खंभे से बांधकर पीटा जा रहा है.

फुटेज में असम के बड़े दैनिक अखबार प्रतिदिन के पत्रकार मिलन महंता हैं, जो करुप जिले से आते हैं. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि उनके हाथ खंभे से बांध दिए गए हैं और पांच व्यक्ति उन पर हमला कर रहे हैं. जानकारी है कि यह घटना रविवार को मिर्ज़ा में घटी थी, जो गुवाहाटी से 40 किमी पश्चिम में है. 

मिलन महंता को गर्दन, सिर और कानों पर चोट आई है. उन्होंने पलाश बारी पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज कराई है. उन्होंने अपनी एफआईआर में बताया है कि उनके हमलावर जुआरी थे.

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महंता ने हाल ही में असम में दीवाली के पहले ग्रामीण इलाकों में बढ़ जाने वाले जुए के चलन पर न्यूज रिपोर्ट की सीरीज पूरी की थी. महंता के सहयोगी बुधवार से उनके हमले के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले हैं. पुलिस ने इस हमले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि वो बाकी हमलावरों को ढूंढ रहे हैं. 

सामने आए वीडियो में जो घटनाक्रम है, उसके हिसाब से मिलन महंता सड़क के किनारे एक दुकान के सामने रुकते हैं, तभी उनको कुछ लोग घेर लेते हैं और फिर उन्हें पास के बिजली के खंभे से बांधकर पीटा जाता है. वीडियो में हमलावर यह दावा करते हुए सुनाई दे रहे हैं कि महंता ने उनसे पैसे मांगे थे, इन आरोपों को उनके साथी कर्मचारियों ने खारिज कर दिया है.

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स्थानीय मीडिया का कहना है कि यह हमला भूमि माफियाओं पर की गई मंहता की रिपोर्टिंग की वजह से भी किया गया हो सकता है, क्योंकि ये माफिया ही जुआरियों का रैकेट भी चलाते हैं.

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