इसरो ने आपदा प्रबंधन और नेट कनेक्टिविटी के लिए लॉन्च किया सैटेलाइट

श्री हरिकोटा स्थित द्वितीय प्रक्षेपण स्थल से बृहस्पतिवार दोपहर तीन बज कर 41 मिनट पर पीएसएलवी-सी50 रॉकेट अंतरिक्ष के लिए रवाना हुआ.

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श्रीहरिकोटा:

भारत का 42 वां संचार उपग्रह गुरुवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा लॉन्च किया गया.  ये उपग्रह आपदा प्रबंधन और इंटरनेट कनेक्टिविटी में मदद करेगा. COVID-19 महामारी के दौरान इसरो द्वारा किया गया ये दूसरा प्रक्षेपण है.

संचार उपग्रह सीएमएस-01 को पीएसएलवी-सी50 रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित करने के लिए 25 घंटे की उलटी गिनती बुधवार को शुरू हो गई थी. ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) का यह 52 वां अभियान है.

श्री हरिकोटा स्थित द्वितीय प्रक्षेपण स्थल से बृहस्पतिवार दोपहर तीन बज कर 41 मिनट पर पीएसएलवी-सी50 रॉकेट अंतरिक्ष के लिए रवाना हुआ.

आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) को एसएचएआर भी कहा जाता है. सीएमएस-01, इसरो का 42 वां संचार उपग्रह है और इसे भारत की मुख्य भूमि, अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप को कवर करने वाले फ्रीक्वेंसी स्पेक्ट्रम के विस्तारित सी बैंड में सेवाएं मुहैया करने के लिए तैयार किया गया है.

(इनपुट एजेंसी भाषा से भी) 


 

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