महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देंवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस द्वारा एक डिज़ाइनर के खिलाफ की गई शिकायत ने ट्विटर पर अल्फ़ाज़ की जंग को जन्म दे दिया है. धमकी और साज़िश के आरोपों से जुड़े इस केस को लेकर राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और अमृता फडणवीस के बीच माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट पर एक दूसरे के खिलाफ तानों-उलाहनों का दौर शुरू हो गया है.
'अनिक्षा' नामक महिला तथा उसके पिता का नाम अमृता फडणवीस ने FIR में लिखवाया है, जो 20 फरवरी को दर्ज की गई. अमृता फडणवीस का आरोप है कि महिला ने उन्हें एक करोड़ रुपये की रिश्वत देने की कोशिश की और उसके पिता के खिलाफ दर्ज एक आपराधिक मामले में हस्तक्षेप की आग्रह किया. महिला के पिता कई सालों से कथित रूप से गिरफ़्तारी से बचते रहे हैं. अनिक्षा ने कथित रूप से अमृता को कई बुकी की जानकारी देने की भी पेशकश की, ताकि 'पैसे कमाने में अमृता को मदद मल सके...'
अनिक्षा खुद भी एक वांछित बुकी अनिल जयसिंघानी की बेटी है.
उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने अमृता फडणवीस की शिकायत को लेकर छपी एक न्यूज़ क्लिपिंग शेयर करते हुए हैरानी जताई कि कैसे एक अपराधी की बेटी की पहुंच देंवेंद्र फडणवीस के घर तक बन गई, जो राज्य के गृहमंत्री भी हैं. प्रियंका ने मामले की स्वतंत्र जांच की भी मांग की, क्योंकि राज्य की पुलिस तो गृहमंत्री होने के नाते देवेंद्र फढणवीस को ही रिपोर्ट करती है.
किसी भी तरह का लिहाज़ न करते हुए अमृता फडणवीस ने जवाब में कहा कि सांसद ने पहले भी उन पर एक्सिस बैंक की मदद करने का झूठा आरोप लगाया था, और अब वह उनकी ईमानदारी को चुनौती दे रही हैं. उन्होंने लिखा, "मैडम चतुर, पहले आपने झूठा दावा किया था कि मैंने एक्सिस बैंक को फायदा पहुंचाया, और अब आप मेरी ईमानदारी को चुनौती दे रही हैं...? निश्चित रूप से, आपका भरोसा जीतने के बाद अगर कोई आप तक पहुंचकर पैसे की पेशकश कर केस बंद करने के लिए कहता, तो अपने मालिक के ज़रिये आपने उसकी मदद कर दी होती - यही आपकी औक़ात है..."
प्रियंका चतुर्वेदी ने भी शब्दों की 'जादूगरी' दिखाते हुए पलटवार किया और लिखा, "शुक्र है, मेरी औकात ही नहीं है, प्रचार के लिए डिज़ाइनर परिधान खरीदना, जिनसे बाद में गड़बड़ स्थितियां पैदा हो जाती हैं... सुश्री फड-नॉयस (Ms Fad-noise)... मैं नहीं जानती कि स्वतंत्र जांच की मांग ने आपको इतना ज़्यादा हिलाकर क्यों रख दिया, और ईमानदारी से आपको उस महिला की शिकायत उसी दिन करनी चाहिए थी, जिस दिन उसने आपको पैसा कमाने की टिप दी थीं..."
अमृता फडणवीस की शिकायत के आधार पर मुंबई पुलिस ने महिला और उसके पिता के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी कानून के तहत साज़िश रचने का केस दर्ज किया है. महिला ने कथित रूप से सबसे पहले नवंबर, 2021 में अम-ता फडणवीस से संपर्क किया था. अमृता फडणवीस के अनुसार, उसके बाद वह महिला उन्हें कुल 16 बार मिली.
FIR के मुताबिक, अमृता से पहली मुलाकात में महिला ने अपनी मां के गुज़र जाने का दावा किया था. अमृता फडणवीस ने आरोप लगाया है कि महिला एक बार उनके बॉडीगार्ड से झूठ बोलकर उनकी कार में भी बैठ गई थी. महिला ने कथित रूप से अमृता को बताया उसके पिता बुकियों के बारे में पुलिस को जानकारी देते रहे हैं, और उसने पैसा कमाने की एक योजना की पेशकश भी की थी.