तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) में बगावत के सुर तेज हो गए हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की कैबिनेट में शामिल शुभेंदु अधिकारी के बाद एक और नेता ने पार्टी की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. तृणमूल कांग्रेस नेता राजीव बनर्जी (Rajib Banerjee) ने आरोप लगाया कि पार्टी में नेतृत्व से करीबी संबंध रखने वालों को महत्व दिया जाता है. जबकि मेहनती कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जा रहा है. पश्चिम बंगाल (West Bengal) में अगले साल विधानसभा चुनाव (TMC Assembly Election) के पहले तृणमूल कांग्रेस के इन बड़े नेताओं के बगावती सुरों को पार्टी के लिए बड़ा संकट माना जा रहा है. इससे पहले सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) तृणमूल कांग्रेस के भीतर अंसतोष का संकेत दे चुके हैं.
राजीव बनर्जी (Rajib Banerjee) ने दावा किया कि राजनीति में आजकल कुछ ऐसे लोग हैं जो सत्ता का आनंद लेने के बारे में सोचते हैं, और लोगों की सेवा करना उनका लक्ष्य नहीं है. राज्य के वन मंत्री ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा, ‘एक राजनीतिक मंच का इस्तेमाल लोगों की मदद के लिए किया जा सकता है, लेकिन कुछ लोग निजी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए इसका उपयोग कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘इससे मुझे दुख होता है कि जो लोग जनता के हित में काम कर रहे हैं और सक्षम तथा मेहनती हैं, उन्हें उचित महत्व नहीं मिल रहा है, जबकि जो लोग एसी कमरों में बैठे हैं और सोचते हैं कि जनता को बेवकूफ बनाया जा सकता है, उन्हें सिर्फ इसलिए अहमियत मिल रही है क्योंकि उनके लिए जो लोग मायने रखते हैं, उन्हें वे खुश रखते हैं.'
कोई जाना चाहती है तो जाए- कल्याण बनर्जी
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद कल्याण बनर्जी (Kalyan Banerjee) ने राजीव के बयान पर कहा है कि अगर कोई जाना चाहता है, तो वह ऐसा कर सकता है.केवल एक पेड़ है, ममता बनर्जी, अगर कोई उनकी छाया छोड़ना चाहता है, तो वह जाने के लिए आजाद है.'हालांकि पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री फरहाद हकीम ने कहा कि राजीव बनर्जी एक अच्छे व्यक्ति हैं. उन्होंने वन विभाग के मंत्री के रूप में कड़ी मेहनत की है. राज्य के वन मंत्री के आरोपों के बारे में कहा कि ममता बनर्जी हर चीज़ पर नजर रखती हैं.
BJP ने राजीव बनर्जी की तारीफ की
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने कहा कि राजीव बनर्जी एक अच्छे मंत्री है और किसी को भी उनके खिलाफ कोई शिकायत नहीं है. घोष ने रविवार को कहा, ‘‘अगर वह गरिमा के साथ काम करना चाहते हैं, तो उन्हें पार्टी से बाहर आना चाहिए. गौरतलब है कि शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व के साथ मतभेदों के बाद हाल में राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था.