World Children's Day 2025: भारत में हर साल 14 नवंबर को चिल्ड्रेन्स डे यानी बाल दिवस मनाया जाता है. पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जयंती के मौके पर हर साल ये दिन मनाया जाता है. हालांकि दुनियाभर में बाल दिवस 20 नवंबर को मनाया जाता है. विश्व बाल दिवस (World Children's Day) की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र ने साल 1954 में की थी, इसके बाद से ही हर साल बच्चों के लिए ये खास दिन सेलिब्रेट किया जाता है. दुनियाभर में बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा और उन्हें बेहतर माहौल देने के लिए वर्ल्ड चिल्ड्रेन्स डे मनाया जाता है. इस बार विश्व बाल दिवस की थीम भी काफी खास है.
बेहद खास है तारीख
यह तारीख इसलिए भी खास है, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र महासभा की तरफ से इसी दिन 1959 में बाल अधिकारों की घोषणा और 1989 में बाल अधिकारों पर कन्वेंशन किया गया था. विश्व बाल दिवस का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना, उन्हें बढ़ावा देना और उन्हें सेलिब्रेट करना है. पिछले कई सालों से इस दिन को काफी धूमधाम से मनाया जाता है और स्कूलों में कई तरह के इवेंट्स होते हैं.
एक साल में दो बार कैसे होगी 10वीं की बोर्ड परीक्षा, आज वेबिनार में हर चीज बताएगा CBSE
क्या है इस बार की थीम?
विश्व बाल दिवस 2025 की थीम 'मेरा दिन, मेरे अधिकार' (My day, my rights) और 'हर बच्चे के लिए, हर अधिकार' (For every child, every right) है. इस थीम को बच्चों के लिए अपनी राय को खुलकर व्यक्त करने और अधिकारों के लिए जागरुकता के लिए चुना गया है. UNICEF की तरफ से इस दिन को लेकर बताया गया है कि बच्चे रोजाना एक ऐसी दुनिया में जागते हैं जो उनके न चुने गए फैसलों से बनी है, लेकिन हर बच्चा, हर जगह, अधिकारों के साथ भी जागता है. जिसमें सुरक्षा, सीखने और अपनी आवाज उठाने का अधिकार शामिल है. यूनिसेफ इस बात की वकालत करता है कि बच्चों और युवाओं के पास वयस्कों की तरह ही मौलिक मानवाधिकार हैं.
स्कूलों में बच्चों के अधिकारों की बात
विश्व बाल दिवस 2025 के मौके पर दुनियाभर के तमाम स्कूलों में बच्चों के अधिकारों, जिसमें भागीदारी, शिक्षा और संरक्षण जैसे अधिकार शामिल हैं, उनकी वकालत की जाती है. इसे लेकर तमाम तरह के कार्यक्रम आयोजित होते हैं. दुनिया के कई संगठन भी ऐसे हैं, जो बच्चों के अधिकारों के लिए काम करते हैं. उनके लिए भी ये दिन काफी खास है.