संभल के एक प्राइवेट स्कूल में उत्तराखंड राज्य बोर्ड की किताबें पाए जाने समेत अन्य गंभीर अनियमितताएं सामने आने के बाद प्रदेश के अधिकारियों ने स्कूल की जांच शुरू की है. अधिकारियों ने बताया कि बच्चों के अभिभावकों ने आलम सराय में सेंट मैरीज स्कूल द्वारा मनमाना शुल्क बढ़ाने, विशेष विक्रेता से पुस्तकें खरीदने की बाध्यता और प्रशासनिक खामियों की शिकायत की थी जिस पर जिला विद्यालय निरीक्षक श्यामा कुमार और एसडीएम वंदना मिश्रा द्वारा यह औचक निरीक्षण किया गया.
स्कूल में मिली कई खामियां
श्यामा कुमार ने पत्रकारों को बताया, “हमने कई कक्षाओं में निजी प्रकाशकों की पुस्तकें पाईं और कुछ पुस्तकें तो उत्तराखंड राज्य बोर्ड की थीं. जिला परीक्षा समिति से मंजूरी के बगैर इस तरह की सामग्री का उपयोग करना नियमों का उल्लंघन है.''इस टीम ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत प्रवेश की भी समीक्षा की और उन्हें विसंगतियां देखने को मिलीं.
स्कूल के प्रधानाचार्य ने कहा कि इस वर्ष शिक्षा के अधिकार के तहत कोई प्रवेश नहीं हुआ है.
हाल ही NCERT की किताबों को लेकर कही ये बात
हाल ही में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने हाल ही में नई किताबें जारी की हैं. लेकिन साउथ इंडिया में अंग्रेजी किताबों में हिंदी टाइटल को लेकर विवाद हो गया है. केरल के सामान्य शिक्षा और रोजगार मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने अंग्रेजी भाषा में दी गई किताबों के नामों पर सवाल खड़े किए हैं. मंत्री वी. शिवनकुट्टी का कहना है कि केंद्र सरकार बाहरी संस्कृति को थोपना चाह रही है.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाषाई विविधता को कमजोर करने के लिए नई किताबों में अंग्रेजी टाइटल को बदलना और मृदंग और संतूर हिंदी शीर्षक देना बहुत ही गलत बात है. उन्होंने एनसीईआरटी से निर्णय वापस लेने का आग्रह किया.
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