प्रमोशन से लेकर ग्रेड पे तक, हरियाणा में किन बातों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं डॉक्टर?

Haryana Doctors Protest: हरियाणा में पिछले कुछ दिनों से सरकारी डॉक्टरों का प्रदर्शन लगातार जारी है, इसे लेकर सरकार की तरफ से भी एक्शन लिया गया है. प्रमोशन और सैलरी को लेकर डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं.

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हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल

Haryana Doctors Strike: हरियाणा में डॉक्टरों का बड़ा प्रदर्शन जारी है, पिछले कुछ दिनों से डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की चेतावनी दे रहे थे, जिसके बाद सोमवार 8 दिसंबर से डॉक्टर हड़ताल पर बैठ गए. हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (एचसीएमएसए) ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो आगे भी हड़ताल जारी रहेगी. इस पूरी हड़ताल से हरियाणा के तमाम जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ा है और लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. डॉक्टरों की मांगों में प्रमोशन से लेकर ग्रेड पे तक का जिक्र है, ऐसे में आइए जानते हैं कि नौकरी में डॉक्टर किन चीजों से खुश नहीं हैं. 

प्रमोशन के नियमों में बदलाव की मांग

हरियाणा में करीब तीन हजार सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर हैं. प्रमोशन को लेकर उनकी मांग है कि इसके नियमों में तुरंत बदलाव किया जाना चाहिए. उनका कहना है कि सीनियर पदों पर सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए और पहले से ही काम कर रहे डॉक्टरों को ही प्रमोशन दिया जाए. डॉक्टरों का कहना है कि सीधी भर्ती का असर उनके प्रमोशन पर पड़ रहा है, इसीलिए इस सिस्टम को खत्म किया जाना चाहिए. पहले से ही स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी है, ऐसे में प्रमोशन नहीं मिलने के चलते डॉक्टर नौकरी छोड़ रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें मौजूदा सिस्टम के हिसाब से एक ही बार प्रमोशन मिल पाता है. 

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डॉक्टरों के सैलरी ग्रेड पे में बदलाव

हरियाणा में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों की दूसरी सबसे बड़ी मांग उनकी सैलरी को लेकर है. उनका कहना है कि डॉक्टरों की सैलरी ग्रेड पे में बदलाव होना चाहिए. उनका कहना है कि बाकी राज्यों की तुलना में हरियाणा के डॉक्टरों को कम सैलरी दी जाती है, इसीलिए उनकी सैलरी ग्रेड पे में बढ़ोतरी जरूरी है. 

हरियाणा सरकार ने निकाला ये तोड़

हरियाणा सरकार ने अब डॉक्टरों की हड़ताल को देखते हुए सेवा अनुरक्षण अधिनियम (एस्मा) लगा दिया है, जिसमें 6 महीने तक जरूरी सेवाओं से जुड़े कर्मचारी हड़ताल नहीं कर सकते हैं. इसमें काम नहीं करने वाले डॉक्टरों की सैलरी काटने का प्रावधान भी शामिल है. यानी काम नहीं तो वेतन नहीं वाला नियम लागू होगा. डॉक्टरों ने इसका विरोध किया है और कहा है कि उनकी मांगें पूरी होने तक वो चुप नहीं बैठेंगे. वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की है. 

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