Fake University: 12वीं के बाद हर स्टूडेंट्स एक अच्छे कॉलेज की तलाश में रहता है. जहां से पढ़ने के बाद एक अच्छे भविष्य की उम्मीद हो, लेकिन आज के समय में बहुत यूनिवर्सिटी ऐसी है जो फर्जी है, केवल अच्छी नौकरी और सस्ते फीस का झांसा देकर चले जाते हैं. ऐसे में स्टूडेंट्स का करियर बर्बाद हो जाता है, उनकी डिग्री की कोई मान्यता नहीं होती है. अगर आप एक बेहतरीन कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं तो सबसे पहल उस कॉलेज को जांच करें और सभी तरह के वेरिफिकेशन के बाद ही एडमिशन लें.
यूजीसी की वेबसाइट जांचें
भारत में हायर एजुकेशन को रेगुलेट करने वाली संस्थान विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC)है. यूजीसी नियमित रूप से अपनी आधिकारिक वेबसाइट (ugc.gov.in) पर फर्जी विश्वविद्यालयों की लिस्ट जारी कर स्टूडेंट्स को अवेयर करता है. किसी भी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने से पहले, छात्रों को इस लिस्ट की जांच जरूर करनी चाहिए कहीं उस लिस्ट में यूनिवर्सिटी का नाम तो नहीं.
मान्यता और एफिलिएशन की जांच करें
एक असली यूनिवर्सिटी को कानून के तहत स्थापित किया जाता है. इसके अलावा उसे अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और यूजीसी निकायों से मान्यता प्राप्त करनी होती है, अगर आपके यूनिवर्सिटी में
मान्यता और एफिलिएशन मौजूद है तो वह यूनिवर्सिटी सेफ है.
फेक यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अक्सर कुछ लक्षण होते हैं जिसे आप ध्यान से समझेंगे तो आसानी से पकड़ सकते हैं.
वेबसाइट पर फैकल्टी, पाठ्यक्रम या कैंपस के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं होती है. ये संस्थान बहुत कम समय में डिग्री पूरी करने, बिना किसी परीक्षा के प्रवेश देने, या डिग्री के तुरंत बाद गारंटीड नौकरी देने जैसे झूठे वादे करते हैं. वहां पर एडमिशन ले चुके स्टूडेंट्स के बात करें और प्लेसमेंट रिकॉर्ड देखें.
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