IIM Sambalpur MBA courses: भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM Sambalpur) संबलपुर ने शैक्षणिक वर्ष 2025-27 के लिए अपने एमबीए पाठ्यक्रमों में 363 स्नातक छात्रों को एडमिशन मिला है. इस वर्ष के प्रवेश चक्र में इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले छात्रों की संख्या में 5% की मामूली वृद्धि देखी गई है, जो कुल बैच का 51.24% (186 छात्र) हिस्सा हैं, जबकि गैर-इंजीनियरिंग छात्र 48.76% हैं. यह विविधता संस्थान के दो प्रमुख कार्यक्रमों - एमबीए इन बिजनेस एनालिटिक्स और फ्लैगशिप एमबीए में दिखाई देती है.
एमबीए इन बिजनेस एनालिटिक्स
आईआईएम संबलपुर ने नव-लॉन्च किए गए एमबीए इन बिजनेस एनालिटिक्स (MBA BA) कार्यक्रम में इंजीनियरिंग छात्रों की हिस्सेदारी 61.70% है, जो तकनीकी पृष्ठभूमि की बढ़ती मांग को दर्शाता है. इस कोर्स में सभी छात्रों के पास पूर्व कार्य अनुभव है, जो इसे उद्योग की जरूरतों के लिए अधिक प्रासंगिक बनाता है. दूसरी ओर, फ्लैगशिप एमबीए में इंजीनियरिंग (49.68%) और गैर-इंजीनियरिंग (50.32%) पृष्ठभूमि के छात्रों का वितरण लगभग समान है.
लैंगिक और शैक्षिक विविधता
इस वर्ष के बैच में 33% महिलाएं और 67% पुरुष हैं. फ्लैगशिप एमबीए में 38% महिलाएं और 62% पुरुष हैं, जबकि एमबीए बिजनेस एनालिटिक्स में 5% महिलाएं और 95% पुरुष शामिल हैं. शैक्षिक विविधता के मामले में, 20% छात्र वाणिज्य और लेखा, 9% विज्ञान, 8% प्रबंधन, और 4% कला पृष्ठभूमि से हैं. इसके अलावा, कृषि, बागवानी, फार्मेसी, कानून, पत्रकारिता, फैशन टेक्नोलॉजी, डेंटिस्ट्री, होटल और पर्यटन प्रबंधन जैसे क्षेत्रों से भी छात्र शामिल हैं.
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के छात्र
इस बैच में भारत के लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों, जिसमें अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भी शामिल हैं, से छात्र हैं. महाराष्ट्र (13%) और उत्तर प्रदेश (12%) से सबसे अधिक छात्र हैं, इसके बाद मध्य प्रदेश, ओडिशा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, राजस्थान, झारखंड, बिहार, तमिलनाडु, केरल और गुजरात का स्थान है. 75% छात्रों के पास पूर्व कार्य अनुभव है, जो उनके व्यावहारिक दृष्टिकोण को और मजबूत करता है.
राष्ट्रीय प्रगति में योगदान
केंद्र सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के सचिव वी. श्रीनिवास ने कहा कि भारत अंतरिक्ष, जैव प्रौद्योगिकी, सेमीकंडक्टर, ऊर्जा और रोबोटिक्स जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व तकनीकी उछाल का साक्षी बन रहा है. उन्होंने "अधिकतम शासन, न्यूनतम सरकार" के दृष्टिकोण को रेखांकित किया, जो 100% पेपरलेस केंद्रीय सचिवालय और दुनिया के सबसे बड़े एआई-सक्षम शिकायत निवारण मंच जैसे कदमों के जरिए नागरिक-केंद्रित परिणामों को बढ़ावा दे रहा है. उन्होंने कहा कि आईआईएम संबलपुर का एमबीए इन बिजनेस एनालिटिक्स कार्यक्रम डेटा, नवाचार और नैतिक नेतृत्व पर आधारित है, जो राष्ट्रीय प्रगति के साथ तालमेल रखता है.