UPSC की तैयारी करने से पहले इसे जुड़े myths के बारे में आप भी लीजिए जान, तैयारी हो जाएगी आसान 

UPSC Exam 2023: अपने देश में हर मां-बाप का सपना होता है उनका बच्चा बड़ा होकर आईएएस ऑफिसर बनें. वहीं अपने यहां इस परीक्षा से जुड़े कई ऐसे मिथ्य है, जिसके कारण बड़ी संख्या में छात्र यूपीएससी की तैयारी तो दूर परीक्षा फॉर्म भरने से भी दूर भागते हैं. 

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
UPSC की तैयारी करने से पहले इसे जुड़े myths के बारे में आप भी लीजिए जान
नई दिल्ली:

UPSC Exam 2023: यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा पास करना, आईएएस और आईपीएस बनने का सपना हर कोई देखता है. इसी सपनों को लेकर हर साल लाखों उम्मीदवार संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में भाग लेते हैं. कुछ परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हो जाते हैं तो कुछ अगले साल की तैयारी में जुड़े जाते हैं. अपने देश में यूपीएससी परीक्षा की लेकर बड़ी-बड़ी बातें कही जाती हैं. इस परीक्षा से जुड़े कई मिथ्य और भम्र समाज में प्रचलित है. यही कारण कि बड़ी संख्या में छात्र इस परीक्षा की तैयारी तो दूर इसमें भाग लेने से भी डरते हैं. आइये जानते हैं यूपीएससी परीक्षा की तैयारी से जुड़े मिथ्यों के बारे में.

REET Admit Card 2023: रीट का एडमिट कार्ड rsmssb.rajasthan.gov.in पर, ऐसे कर पाएंगे डाउनलोड

सबसे कठिन परीक्षा

वास्तव में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में जितने उम्मीदवार भाग लेना चाहते हैं, उतने भाग नहीं लेते हैं. इसके पीछे है उनका डर. लोग मानते हैं कि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी उसे ही करना चाहिए जिसे सब कुछ आता हो, जो हद से ज्यादा इंटेलीजेंट हो. लोगों को यह समझाया जाता है कि सिविल सेवा परीक्षा के पाठ्यक्रम की कोई सीमा नहीं है और इसे हल करना सबसे कठिन है. इसमें ऑब्जेक्टिव, सब्जेक्टिव और पर्सनैलिटी स्तरों पर परीक्षण होता है. इस परीक्षा में ऐसे प्रश्न होते हैं, जो आईआईटी, नेट परीक्षा या अन्य किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में नहीं पूछे जाते. 

Advertisement

JKPSC Recruitment 2023: जम्मू व कश्मीर मेडिकल ऑफिसर के 378 पदों के लिए आवेदन फॉर्म में सुधार की प्रक्रिया शुरू 

Advertisement

देश से विदेश की नॉलेज

यूपीएससी आईएएस की परीक्षा का सिलेबस वास्ट है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि इसका कोई ओर-छोर नहीं होता है. इसका यह भी मतलब नहीं कि आप चलते-फिरते encyclopedia बन जाएं. दरअसल इस परीक्षा का मूल मंत्र है जो भी सीखें, जो भी पढ़ें उसका बेसिक और गहराई तक अध्ययन करें. इस परीक्षा में जनरल इंटेलीजेंस, जनरल नॉलेज आदि से प्रश्न पूछे जाते हैं. 

Advertisement

किस्मत की बात

लाइफ में भाग्य और किस्मत को झूठलाया नहीं जा सकता है. हर जगह भाग्य काम करता है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इसके लिए मेहनत न की जाए. कहा जाता है कि भाग्य भी उनके लिए काम करता है तो भाग्य के लिए काम करते हैं.य यानी अपनी लगन और मेहनत से भाग को बदलने का सामर्थ्य रखते हैं. रणनीति, कड़ी मेहनत से भाग्य को हराया जा सकता है. 

Advertisement

SSC MTS Recruitment 2023: आज है एसएससी एमटीएस और हवलदार भर्ती के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख, 12523 रिक्तियां

अंग्रेजी पर पकड़

अंग्रेजी पर मजूबत पकड़, यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा के सच से बहुत दूर है. यूपीएससी को भी किसी भी अन्य विश्वसनीय और प्रामाणिक निकाय की तरह स्पष्टता, सरलता और प्रभावशाली लोग चाहिए. भारत में सभी बेसिक अंग्रेजी बोल लेते हैं. अंग्रेजी का भाषा के रूप में पकड़ होना चाहिए लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि इससे आपकी योग्यता आंकी जाती है. प्रारंभिक परीक्षा में इतनी अधिक अंग्रेजी की वश्यकता नहीं हो सकती है, क्योंकि बहुविकल्पीय प्रश्नों में सही कोड पर टिक करना होता है. सीएसएटी में कुछ अंग्रेजी की आवश्यकता है. हालांकि पर्सनैलिटी टेस्ट व इंटरव्यू में आपका कौशल ही काम आता है. 

Featured Video Of The Day
Kailash Gahlot Quits AAP: ED और IT Raid की वजह से कैलाश गहलोत ने AAP छोड़ी- Durgesh Pathak
Topics mentioned in this article